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दिल्ली में आज 27 जून का मौसम: बारिश की फुहार या फिर उमस का दंगल? जानिए तापमान, AQI और येलो अलर्ट की पूरी अपडेट
दिल्ली में आज 27 जून का मौसम: बारिश की फुहार या फिर उमस का दंगल? जानिए तापमान, AQI और येलो अलर्ट की पूरी अपडेट
Authored By: Nishant Singh
Published On: Thursday, June 26, 2025
Last Updated On: Thursday, June 26, 2025
27 जून 2025 को दिल्ली का मौसम और हवा दोनों ने मिलकर राहत की एक हल्की सांस दी. अधिकतम तापमान 34°C और न्यूनतम 28°C रहा, जबकि हल्की बारिश ने गर्मी और उमस को कुछ हद तक कम किया. हवा की गुणवत्ता मध्यम रही, AQI 92 दर्ज किया गया, जो आम लोगों के लिए ठीक-ठाक माना जा सकता है. दिल्ली को सांस लेने लायक बनाने के लिए सख्त कदम जरूरी हैं. मॉनसून की आहट ज़रूर है, लेकिन असली राहत अभी थोड़ी दूर दिखती है. अब देखना होगा आगे क्या मोड़ लेता है मौसम.
Authored By: Nishant Singh
Last Updated On: Thursday, June 26, 2025
दिल्ली का मौसम 27 जून 2025 को काफी रोमांचक रहने वाला है. अनुमान है कि अधिकतम तापमान लगभग 34°C और न्यूनतम तापमान 28°C के आस-पास रहेगा, जिससे मौसम हल्की गर्मी के साथ-साथ आरामदायक भी रहेगा. सुबह के समय आसमान में बादल छाए रहेंगे और ठंडी हवाएं चल सकती हैं, जिससे दिन की शुरुआत सुहानी होगी. दोपहर तक तापमान में बढ़ोतरी होगी, लेकिन शाम के समय गरज और चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जो गर्मी से राहत दिलाएगी. मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. हवाएं लगभग 15–22 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और आर्द्रता का स्तर 50–60% के बीच रहेगा. अनुमान है कि दिनभर में लगभग 10–11 मिमी वर्षा हो सकती है. इस दिन का मौसम लोगों को मानसून की पहली ठंडक का एहसास कराएगा और राजधानी में ताजगी का माहौल बनेगा. कुल मिलाकर, 27 जून का दिन मौसम के लिहाज से खुशनुमा रहेगा.
दिल्ली मौसम और वायु गुणवत्ता आंकड़े – 27 जून 2025
मापदंड | विवरण |
---|---|
अधिकतम तापमान | 34°C |
न्यूनतम तापमान | 28°C |
हवा की गति | 50-60 किमी/घंटा (27 June को 50-60 किमी/घंटा अनुमानित) |
वर्षा | अनुमानित |
बादल | नही |
आर्द्रता (Humidity) | 90% |
AQI स्तर | 92 |
प्रमुख प्रदूषक तत्व | पीएम2.5, पीएम10, NO₂, ओज़ोन |
आने वाले दिन: मानसून की रफ्तार पकड़ता दिल्ली का मौसम
28 जून से 2 जुलाई के बीच दिल्ली का मौसम और भी ज़्यादा सक्रिय हो सकता है. इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश के कई दौर देखने को मिल सकते हैं, जिससे गर्मी से काफी राहत मिलेगी. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अधिकतम तापमान करीब 34°C और न्यूनतम तापमान 28°C के आसपास बना रहेगा. आसमान में बादल छाए रहेंगे और कई बार तेज़ हवाएं और गरज के साथ बारिश की संभावना भी बनी रहेगी. यह समय राजधानी में मानसून के असर को और गहराई से महसूस कराने वाला होगा. लोग छतरी और रेनकोट संभालकर चलें, क्योंकि बारिश कभी भी दस्तक दे सकती है. वातावरण में ताजगी और हरियाली भी बढ़ेगी.
समय से पहले मॉनसून: बदलते मौसम की कहानी
28 जून से 2 जुलाई के बीच दिल्ली का मौसम और भी ज़्यादा सक्रिय हो सकता है. इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश के कई दौर देखने को मिल सकते हैं, जिससे गर्मी से काफी राहत मिलेगी. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अधिकतम तापमान करीब 34°C और न्यूनतम तापमान 28°C के आसपास बना रहेगा. आसमान में बादल छाए रहेंगे और कई बार तेज़ हवाएं और गरज के साथ बारिश की संभावना भी बनी रहेगी. यह समय राजधानी में मानसून के असर को और गहराई से महसूस कराने वाला होगा. लोग छतरी और रेनकोट संभालकर चलें, क्योंकि बारिश कभी भी दस्तक दे सकती है. वातावरण में ताजगी और हरियाली भी बढ़ेगी.
2025 में मॉनसून ने अपनी पारंपरिक समयसीमा तोड़ते हुए समय से पहले दस्तक दी. जहां आमतौर पर केरल में मॉनसून 1 जून को आता है, वहीं इस बार यह 29 मई को ही पहुंच गया. दिल्ली में भी इसकी एंट्री करीब एक हफ्ता पहले हो रही है. मौसम की यह तेजी केवल संयोग नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई वैज्ञानिक वजहें छिपी हैं. अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में नमी का बढ़ना, समुद्री हवाओं की तीव्रता और वैश्विक मौसमी बदलावों ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है.
मुख्य कारण:
- अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में नमी में वृद्धि
- समुद्री हवाओं की गति में तेज़ी
- वैश्विक मौसमी घटनाएं: MJO (Madden-Julian Oscillation) और IOD (Indian Ocean Dipole)
- ला नीना की सक्रियता
- बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र
- मई 2025 में दिल्ली में सामान्य से 200% अधिक वर्षा (188.9 मिमी)
मॉनसून की सामान्य से तेज़ प्रगति
समय से पहले मॉनसून: बदलते मौसम की कहानी
28 जून से 2 जुलाई के बीच दिल्ली का मौसम और भी ज़्यादा सक्रिय हो सकता है. इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश के कई दौर देखने को मिल सकते हैं, जिससे गर्मी से काफी राहत मिलेगी. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अधिकतम तापमान करीब 34°C और न्यूनतम तापमान 28°C के आसपास बना रहेगा. आसमान में बादल छाए रहेंगे और कई बार तेज़ हवाएं और गरज के साथ बारिश की संभावना भी बनी रहेगी. यह समय राजधानी में मानसून के असर को और गहराई से महसूस कराने वाला होगा. लोग छतरी और रेनकोट संभालकर चलें, क्योंकि बारिश कभी भी दस्तक दे सकती है. वातावरण में ताजगी और हरियाली भी बढ़ेगी.
2025 में मॉनसून ने अपनी पारंपरिक समयसीमा तोड़ते हुए समय से पहले दस्तक दी. जहां आमतौर पर केरल में मॉनसून 1 जून को आता है, वहीं इस बार यह 29 मई को ही पहुंच गया. दिल्ली में भी इसकी एंट्री करीब एक हफ्ता पहले हो रही है. मौसम की यह तेजी केवल संयोग नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई वैज्ञानिक वजहें छिपी हैं. अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में नमी का बढ़ना, समुद्री हवाओं की तीव्रता और वैश्विक मौसमी बदलावों ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है.
मुख्य कारण:
- अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में नमी में वृद्धि
- समुद्री हवाओं की गति में तेज़ी
- वैश्विक मौसमी घटनाएं: MJO (Madden-Julian Oscillation) और IOD (Indian Ocean Dipole)
- ला नीना की सक्रियता
- बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र
- मई 2025 में दिल्ली में सामान्य से 200% अधिक वर्षा (188.9 मिमी)
मॉनसून की सामान्य से तेज़ प्रगति
पिछले 10 दिनों में नई दिल्ली में मौसम का मिज़ाज
दिनांक | Min temp. | Max Temp. |
---|---|---|
June 27, 2025 | 28 | 34 |
June 26, 2025 | 28 | 36 |
June 25, 2025 | 26-28 | 34-36 |
June 24, 2025 | 25 | 34 |
June 23, 2025 | 29 | 36 |
June 22, 2025 | 25 | 34 |
June 21, 2025 | 28 | 37 |
June 20, 2025 | 26 | 35 |
June 19, 2025 | 23 | 34 |
June 18, 2025 | 25 | 32 |
बारिश की फुहारों के बीच सांस लेने लायक दिल्ली: 27 जून की वायु गुणवत्ता पर एक नज़र
27 जून 2025 को दिल्ली की हवा ने थोड़ी राहत जरूर दी, लेकिन पूरी तरह से साफ नहीं कह सकते. वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 92 दर्ज किया गया, जो “मध्यम” श्रेणी में आता है. यह स्तर आम लोगों के लिए तो सुरक्षित माना जाता है, लेकिन अस्थमा या सांस से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को थोड़ी परेशानी हो सकती है. पीएम2.5 का स्तर 36 µg/m³ और पीएम10 का स्तर 92 µg/m³ रहा, जो दर्शाता है कि हवा में सूक्ष्म धूल कण मध्यम मात्रा में मौजूद हैं. ओजोन गैस की मात्रा 14 ppb और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO₂) 11 ppb रही, जो संवेदनशील व्यक्तियों को प्रभावित कर सकती है. मॉनसून पूर्व की बारिश की हल्की बौछारों ने प्रदूषण के स्तर को कुछ हद तक नियंत्रित किया है, जिससे शहर की हवा कुछ हद तक सांस लेने लायक बनी हुई है.
AQI श्रेणियां और उनके प्रभाव
AQI रेंज | श्रेणी | स्वास्थ्य प्रभाव |
---|---|---|
0 – 50 | अच्छा | स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव नहीं |
51 – 100 | संतोषजनक | सामान्य लोग प्रभावित नहीं होते |
101 – 200 | मध्यम | संवेदनशील समूहों को असर हो सकता है |
201 – 300 | खराब | श्वसन समस्याओं वाले लोग प्रभावित हो सकते हैं |
301 – 400 | बहुत खराब | गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं |
401 – 500 | गंभीर | सभी के लिए अत्यधिक खतरनाक |
क्यों ज़हरीली हो जाती है दिल्ली की सांस?
दिल्ली की हवा हर साल जैसे दम तोड़ने लगती है, और ये कोई नई कहानी नहीं. महानगर की तेज़ी से बढ़ती आबादी, सड़कों पर गाड़ियों का सैलाब, हर कोने में चल रहे निर्माण कार्य, और फैक्ट्रियों से निकलता जहरीला धुआं—सब मिलकर शहर की हवा को लगातार खराब करते जा रहे हैं. पेड़ों की कटाई और घटती हरियाली ने हवा को शुद्ध करने की प्राकृतिक ताकत भी छीन ली है. गर्मियों में चिलचिलाती धूप और हवा में मौजूद नमी प्रदूषकों को लंबे समय तक हवा में टिकाए रखती है, जिससे सांस लेना और मुश्किल हो जाता है.
प्रमुख वजहें:
- ट्रैफिक से निकलने वाला धुआं
- निर्माण स्थलों से उड़ती धूल
- कचरा जलाने की घटनाएं
- फैक्ट्रियों की जहरीली गैसें
- हरियाली में भारी गिरावट
- गर्मी और उमस का प्रभाव
बारिश से राहत और चुनौतियां
- दिल्ली में मॉनसून के पहुंचते ही तापमान में गिरावट और उमस में राहत मिलती है.
- पहली बारिश के बाद दिल्ली की सड़कों पर जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली कटौती जैसी समस्याएं आम हैं.
- नगर निगम और प्रशासन ने नालों की सफाई, जलभराव रोकने और इमरजेंसी सेवाओं के लिए तैयारी की है.
- बारिश से दिल्ली के पार्क, बाग-बगिचे और यमुना के किनारे हरियाली लौट आती है.