Monsoon Update: दिल्ली और उत्तर भारत में मॉनसून ने दी दस्तक, जानें कब और कहां होगी बारिश, IMD ने जारी किया अलर्ट

Monsoon Update: दिल्ली और उत्तर भारत में मॉनसून ने दी दस्तक, जानें कब और कहां होगी बारिश, IMD ने जारी किया अलर्ट

Authored By: Nishant Singh

Published On: Tuesday, June 24, 2025

Categories: Weather

Last Updated On: Tuesday, June 24, 2025

Cloudy sky with rainfall over a cityscape, representing the monsoon season update.
Cloudy sky with rainfall over a cityscape, representing the monsoon season update.

मानसून ने 2025 में दिल्ली और उत्तर भारत में समय से पहले दस्तक दी है, जिससे गर्मी और उमस से जूझते लोगों को राहत मिली है. 24 जून को दिल्ली में पहली बारिश की संभावना है, जो 12 सालों में सबसे जल्दी मानी जा रही है. मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है और हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है. दक्षिण से उत्तर की ओर बढ़ता यह बारिश का कारवां राजस्थान, यूपी, पंजाब और हरियाणा तक पहुंच रहा है. इस लेख में हम जानेंगे कि 2025 में दिल्ली और उत्तर भारत में मॉनसून कब और कैसे पहुंच रहा है, किस राज्य में क्या स्थिति है, और इस बार मॉनसून के क्या खास संकेत हैं.

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Authored By: Nishant Singh

Last Updated On: Tuesday, June 24, 2025

भारत में मॉनसून सिर्फ बारिश का मौसम नहीं, बल्कि यह धरती की प्यास बुझाने वाला एक उत्सव है, जो खेतों में हरियाली लाता है और जीवन में ठंडक घोलता है. जैसे ही जून का महीना आता है, दिल्ली और उत्तर भारत में लोग आसमान की ओर टकटकी लगाए इंतजार करने लगते हैं, कब बादल छाएंगे, कब पहली बारिश की बूंदें ज़मीन को छुएंगी. तपती धूप और चिलचिलाती गर्मी के बीच मॉनसून की पहली फुहार किसी सुकून भरे स्पर्श जैसी लगती है. 2025 में मॉनसून की चाल थोड़ी खास है. इसकी शुरुआत सामान्य समय से पहले हुई है और इसका असर पूरे उत्तर भारत में तेज़ी से फैल रहा है. इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि इस बार मॉनसून ने दिल्ली में कब दस्तक दी, उत्तर भारत में कहां-कहां पहुंचा, और क्या हैं इसके पीछे के वैज्ञानिक संकेत.

मॉनसून 2025: दिल्ली में कब पहुंचेगा?

Cloudy sky with rainfall over a cityscape, representing the monsoon season update.

भारत में मॉनसून सिर्फ बारिश का मौसम नहीं, बल्कि यह धरती की प्यास बुझाने वाला एक उत्सव है, जो खेतों में हरियाली लाता है और जीवन में ठंडक घोलता है. जैसे ही जून का महीना आता है, दिल्ली और उत्तर भारत में लोग आसमान की ओर टकटकी लगाए इंतजार करने लगते हैं, कब बादल छाएंगे, कब पहली बारिश की बूंदें ज़मीन को छुएंगी. तपती धूप और चिलचिलाती गर्मी के बीच मॉनसून की पहली फुहार किसी सुकून भरे स्पर्श जैसी लगती है. 2025 में मॉनसून की चाल थोड़ी खास है. इसकी शुरुआत सामान्य समय से पहले हुई है और इसका असर पूरे उत्तर भारत में तेज़ी से फैल रहा है. इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि इस बार मॉनसून ने दिल्ली में कब दस्तक दी, उत्तर भारत में कहां-कहां पहुंचा, और क्या हैं इसके पीछे के वैज्ञानिक संकेत.

मौसम विभाग का अलर्ट और बारिश की संभावना

Cloudy sky with rainfall over a cityscape, representing the monsoon season update.
  • 23 जून से 29 जून तक दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहेगा.
  • 24 जून को दिल्ली-NCR के नरेला, बवाना, अलीपुर, कंझावला, रोहिणी, द्वारका, पालम, आईजीआई एयरपोर्ट सहित कई इलाकों में बारिश की संभावना है.
  • मौसम विभाग ने ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है, जिससे तापमान में गिरावट और उमस में राहत मिलेगी.
  • 25 जून को भी दिल्ली में हल्की बारिश और तेज़ हवाओं के साथ तूफान (30-40 किमी प्रति घंटा) की संभावना.

दिल्ली में मॉनसून के आगमन की तिथियां (पिछले 5 साल):Monsoon in Delhi

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वर्ष मॉनसून आगमन की तारीख
2025 24 जून (संभावित)
2024 28 जून
2023 25 जून
2022 30 जून
2021 13 जुलाई
2013 16 जून

उत्तर भारत में मॉनसून की स्थिति: किस-किस इलाके में पहुंचा

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साल 2025 में मॉनसून इस बार कुछ ज्यादा ही रफ्तार में है. जैसे कोई मुसाफिर लंबा सफर तय करके दक्षिण से उत्तर की ओर चल पड़ा हो, वैसे ही बारिश ने केरल से शुरू होकर कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा और तमिलनाडु को भिगोते हुए अब उत्तर की तरफ रुख कर लिया है. बंगाल की खाड़ी से उठे बादल अब पूर्वोत्तर के आसमान में छाए हुए हैं. मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड और अरुणाचल की पहाड़ियों पर हरियाली लौट आई है.
अब मॉनसून राजस्थान की तपती रेत, पंजाब-हरियाणा के खेतों, चंडीगढ़ की गलियों और दिल्ली की गर्म हवाओं को ठंडक देने के लिए आगे बढ़ रहा है. वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मौसम बदलने के साफ संकेत दिखाई देने लगे हैं. यानी जल्द ही उत्तर भारत के ये सारे इलाके भी ठंडी हवाओं और ताज़ा बारिश की खुशबू से महकने वाले हैं.

2025 में किस राज्य में कब पहुंचेगा मॉनसून? (When will Monsoon Reach in 2025?)

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राज्य संभावित मॉनसून आगमन (2025) मॉनसून की स्थिति
दिल्ली-NCR 24-29 जून दस्तक देने को तैयार
उत्तर प्रदेश (पूर्व) 15-20 जून अधिकांश हिस्सों में पहुंचा
उत्तर प्रदेश (पश्चिम) 25-30 जून जल्द पहुंचेगा
हरियाणा-पंजाब 29 जून – 2 जुलाई दस्तक की तैयारी
राजस्थान 25 जून – 5 जुलाई बारिश शुरू
हिमाचल प्रदेश/जम्मू-कश्मीर 22-25 जून अधिकांश हिस्सों में पहुंचा
उत्तराखंड 25-30 जून जल्द पहुंचेगा
बिहार 10-16 जून पहुंच चुका

उत्तर भारत के प्रमुख शहरों का तापमान और मौसम

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शहर अधिकतम तापमान न्यूनतम तापमान मौसम का हाल
दिल्ली 35°C 26°C हल्की बारिश, उमस
लखनऊ 35°C 28°C बादल, छिटपुट बारिश
जयपुर 34°C 26°C हल्की बारिश, उमस
चंडीगढ़ 34°C 28°C बादल, बारिश
पटना 33°C 28°C बादल, बारिश

समय से पहले मॉनसून, क्या है वजह?

2025 में मॉनसून समय से पहले आ गया, और इसके पीछे कई वजहें हैं. अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बढ़ती नमी, समुद्री हवाओं की तेज़ रफ्तार और मौसम से जुड़ी वैश्विक गतिविधियां जैसे MJO और IOD ने मिलकर बारिश को पहले आने में मदद की.

  • आमतौर पर मॉनसून 1 जून को केरल पहुंचता है, लेकिन 2025 में 29 मई को ही केरल में मॉनसून आ गया था.
  • दिल्ली में भी मॉनसून अपने तय समय (30 जून) से लगभग एक हफ्ता पहले पहुंच रहा है.
  • इस बार मॉनसून की गति तेज रही है, जिससे उत्तर भारत के कई राज्यों में समय से पहले बारिश हो रही है.
  • मई 2025 में दिल्ली में रिकॉर्ड 188.9 मिमी बारिश दर्ज हुई, जो सामान्य औसत से 200% अधिक है.
  • मॉनसून की जल्दी एंट्री का मुख्य कारण ला नीना की गतिविधियां और बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम हैं.

मॉनसून की एंट्री के लिए जरूरी मौसमीय शर्तें

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भारतीय मौसम विभाग (IMD) मॉनसून के आगमन की घोषणा के लिए कुछ मानदंडों का पालन करता है:

  • बारिश: दक्षिण भारत के 14 मौसम केंद्रों में से 60% केंद्रों पर लगातार दो दिन 2.5 मिमी या उससे अधिक बारिश होनी चाहिए.
  • हवा: पश्चिमी हवाओं की गति 15-20 नॉट्स (27-37 किमी/घंटा) होनी चाहिए.
  • ओएलआर (आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन): सैटेलाइट से मापी गई ओएलआर वैल्यू 200 वॉट प्रति वर्ग मीटर से कम होनी चाहिए.

दिल्ली-NCR: मॉनसून की पहली बारिश का असर और तैयारियां

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बारिश से राहत और चुनौतियां

  • दिल्ली में मॉनसून के पहुंचते ही तापमान में गिरावट और उमस में राहत मिलती है.
  • पहली बारिश के बाद दिल्ली की सड़कों पर जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली कटौती जैसी समस्याएं आम हैं.
  • नगर निगम और प्रशासन ने नालों की सफाई, जलभराव रोकने और इमरजेंसी सेवाओं के लिए तैयारी की है.
  • बारिश से दिल्ली के पार्क, बाग-बगिचे और यमुना के किनारे हरियाली लौट आती है

दिल्ली के प्रमुख इलाकों में बारिश का अलर्ट

इलाका बारिश की संभावना (24-25 जून)
नरेला हल्की से मध्यम बारिश
बवाना हल्की से मध्यम बारिश
अलीपुर हल्की से मध्यम बारिश
कंझावला हल्की से मध्यम बारिश
रोहिणी हल्की से मध्यम बारिश
द्वारका हल्की से मध्यम बारिश
पालम हल्की से मध्यम बारिश
आईजीआई एयरपोर्ट हल्की से मध्यम बारिश

उत्तर भारत के अन्य राज्यों में मॉनसून की स्थिति

उत्तर प्रदेश
पूर्वी उत्तर प्रदेश में मॉनसून ने ज़ोरदार एंट्री कर ली है और कई जिलों में रुक-रुक कर भारी बारिश हो रही है. प्रयागराज, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, बरेली, मुरादाबाद, बलिया, गोंडा, सिद्धार्थनगर और संतकबीरनगर जैसे इलाकों में तेज़ बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. खासकर गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर में हुई झमाझम बारिश ने लोगों को उमस भरी गर्मी से काफी राहत दी है. अब निगाहें पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हैं, जहां अगले 2-3 दिनों में मॉनसून के पहुंचने की पूरी संभावना जताई जा रही है.

राजस्थान
राजस्थान के कई जिलों में पिछले पांच दिनों से मौसम बदला-बदला सा है और लगातार बारिश हो रही है. कोटा, भरतपुर, जयपुर, बीकानेर, बूंदी, टोंक, अजमेर और झालावाड़ जैसे इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में तेज़ हवाएं और गरज-चमक के साथ बारिश ने लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर दी है. मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी राजस्थान में 25 से 27 जून के बीच आंधी और बारिश की गतिविधियों में और इज़ाफा हो सकता है.

पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़
देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में मॉनसून अब धीरे-धीरे अपनी रफ्तार पकड़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब, हरियाणा और आसपास के राज्यों में 29 जून से 2 जुलाई के बीच मॉनसून के पहुंचने की पूरी संभावना है. इस दौरान इन इलाकों में बादल छाने, ठंडी हवाएं चलने और अच्छी बारिश होने के संकेत मिल रहे हैं. विभाग ने पंजाब और हरियाणा के लिए बारिश का अलर्ट भी जारी किया है, जिससे आने वाले दिनों में लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिल सकती है.

हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड
हिमाचल प्रदेश के ज़्यादातर इलाकों में मॉनसून पहुंच चुका है और अगले दो दिनों तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. वहीं, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के अधिकतर हिस्सों में भी मॉनसून की बारिश सक्रिय है और वहां का मौसम ठंडा और उमस भरा बना हुआ है. उत्तराखंड में मॉनसून की दस्तक 25 से 30 जून के बीच होने की उम्मीद है, जिससे पहाड़ी इलाकों में भी बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा.

मॉनसून की बारिश: खेती, जल प्रबंधन और जनजीवन पर असर

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खेती के लिए मॉनसून का महत्व

  • भारत की 60% से अधिक खेती मॉनसून की बारिश पर निर्भर है.
  • समय पर और पर्याप्त बारिश से धान, गन्ना, मक्का, दलहन जैसी फसलों की बुवाई और उत्पादन में बढ़ोतरी होती है.
  • मॉनसून की देरी या कम बारिश से सूखा, जल संकट और फसलों को नुकसान हो सकता है.

जल प्रबंधन और शहरी चुनौतियां

  • मॉनसून के दौरान जलाशयों, नदियों और तालाबों में पानी का स्तर बढ़ता है, जिससे जल संकट कम होता है.
  • शहरों में जलभराव, सीवरेज ओवरफ्लो, ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं भी सामने आती हैं.
  • प्रशासन की चुनौती होती है कि बारिश का पानी संरक्षित हो और जनजीवन प्रभावित न हो.

मॉनसून से जुड़ी रोचक बातें और मिथक

  • दिल्ली में मॉनसून की सबसे जल्दी एंट्री 16 जून 2013 को हुई थी.
  • मॉनसून के जल्दी या देर से आने का सीधा असर फसलों, जल संकट और अर्थव्यवस्था पर पड़ता है.
  • लोग मानते हैं कि पहली बारिश के बाद वातावरण शुद्ध हो जाता है और बीमारियां कम होती हैं.
  • मॉनसून के आने से पहले ‘प्री-मानसून’ बारिश भी होती है, जो गर्मी से राहत देती है.

ताजा मौसम पूर्वानुमान: अगले 7 दिन

दिनांक दिल्ली का मौसम उत्तर भारत का मौसम
24 जून हल्की बारिश, येलो अलर्ट राजस्थान, यूपी, बिहार में भारी बारिश
25 जून मध्यम बारिश, ठंडी हवा हिमाचल, उत्तराखंड में भारी बारिश
26 जून बादल, छिटपुट बारिश पंजाब, हरियाणा में बारिश
27 जून तेज बारिश, तापमान गिरावट राजस्थान में भारी बारिश
28 जून बादल, हल्की बारिश यूपी, बिहार में भारी बारिश
29 जून ठंडी हवा, बारिश पंजाब, हरियाणा में बारिश
30 जून बादल, सुहाना मौसम पूरे उत्तर भारत में बारिश

दिल्ली मानसून के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य

  • दिल्ली में मॉनसून 24 जून को दस्तक दे सकता है, जो पिछले 12 सालों में सबसे जल्दी होगा.
  • उत्तर भारत के कई राज्यों में 25 जून से 5 जुलाई के बीच मॉनसून पहुंचेगा.
  • इस साल मॉनसून ने दक्षिण भारत में समय से 8 दिन पहले दस्तक दी.
  • दिल्ली-NCR में बारिश का अलर्ट जारी, उमस से राहत मिलने की उम्मीद.
  • मॉनसून की प्रगति देश के कई हिस्सों में तेज रही है.
  • मई 2025 में दिल्ली में रिकॉर्ड बारिश दर्ज हुई, जो सामान्य से 200% अधिक है.
  • पहली बारिश के बाद दिल्ली में जलभराव, ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं आम हैं.
  • खेती, जल प्रबंधन और जनजीवन पर मॉनसून का सीधा असर पड़ता है.

मॉनसून की दस्तक, राहत और जिम्मेदारी

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2025 में दिल्ली और उत्तर भारत में मॉनसून ने समय से पहले दस्तक देकर लोगों को भीषण गर्मी और उमस से राहत दी है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में पूरे उत्तर भारत में बारिश का सिलसिला तेज रहेगा, जिससे खेती, जल संकट और पर्यावरण को लाभ मिलेगा. हालांकि, शहरी क्षेत्रों में जलभराव और ट्रैफिक जैसी चुनौतियां भी रहेंगी, जिनसे निपटने के लिए प्रशासन को मुस्तैद रहना होगा. मॉनसून का हर साल आना सिर्फ मौसम की खबर नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलू से जुड़ी उम्मीद और जिम्मेदारी भी है.

बारिश की पहली बूंद जब दिल्ली की गर्म सड़कों से टकराती है, तो मिट्टी की सोंधी खुशबू हर दिल को ताजगी से भर देती है. मॉनसून सिर्फ बादलों का आना नहीं, बल्कि उम्मीदों का लौटना है – किसानों के लिए नई फसल की आस, बच्चों के लिए कागज की नाव, और हर इंसान के लिए राहत की सांस.

FAQ

2025 में दिल्ली में मॉनसून 24 जून को दस्तक देने की संभावना है, जो पिछले 12 सालों में सबसे जल्दी होगा. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने येलो अलर्ट जारी किया है और 23 से 29 जून के बीच हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है.

उत्तर भारत के कई राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, और उत्तर प्रदेश में मॉनसून 25 जून से 5 जुलाई के बीच पहुंचेगा. पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में बारिश पहले ही शुरू हो चुकी है, जबकि बाकी इलाकों में जल्द ही बारिश होने की उम्मीद है.

2025 में मॉनसून समय से पहले आ गया है क्योंकि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में नमी अधिक है. समुद्री हवाओं की तेज़ गति और वैश्विक मौसमीय बदलाव जैसे ला नीना, MJO और IOD की गतिविधियों ने मॉनसून के जल्दी आने में मदद की है.

मॉनसून के आने से दिल्ली में तापमान कम होगा और उमस में राहत मिलेगी. हालांकि, पहली बारिश के बाद जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली कटौती जैसी समस्याएं भी आम होती हैं. प्रशासन नालों की सफाई और आपातकालीन सेवाओं के लिए तैयार है.

 IMD ने दिल्ली-NCR के कई इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें नरेला, बवाना, अलीपुर, कंझावला, रोहिणी, द्वारका और पालम शामिल हैं. यह अलर्ट बारिश और तेज़ हवाओं के कारण उमस और गर्मी से राहत का संकेत देता है.

मॉनसून की बारिश खेती के लिए जीवनदायिनी होती है, क्योंकि यह फसलों को पर्याप्त पानी देती है. साथ ही, जलाशयों और नदियों में पानी बढ़ता है, जिससे जल संकट कम होता है. लेकिन अत्यधिक बारिश से जलभराव और कृषि नुकसान की भी संभावना होती है.

About the Author: Nishant Singh
निशांत कुमार सिंह एक पैसनेट कंटेंट राइटर और डिजिटल मार्केटर हैं, जिन्हें पत्रकारिता और जनसंचार का गहरा अनुभव है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए आकर्षक आर्टिकल लिखने और कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ करने में माहिर, निशांत हर लेख में क्रिएटिविटीऔर स्ट्रेटेजी लाते हैं। उनकी विशेषज्ञता SEO-फ्रेंडली और प्रभावशाली कंटेंट बनाने में है, जो दर्शकों से जुड़ता है।
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