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Chaitra Month 2025 : जानें चैत्र माह के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व
Chaitra Month 2025 : जानें चैत्र माह के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व
Authored By: स्मिता
Published On: Thursday, March 20, 2025
Updated On: Thursday, March 20, 2025
Chaitra Month 2025: वसंत ऋतु के आगमन से जुड़ा है चैत्र माह. यह 15 मार्च से12 अप्रैल 2025 तक रहेगा. मधु मास कहलाने वाले चैत्र माह में कई देवी-देवताओं की विशेष पूजा-अर्चना होती है. इसलिए इस माह के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व भी बहुत अधिक हैं.
Authored By: स्मिता
Updated On: Thursday, March 20, 2025
Chaitra Month 2025 : चैत्र माह (Chaitra Month 2025) शनिवार, 15 मार्च 2025 से शुरू हो चुका है, जो शनिवार, 12 अप्रैल 2025 तक रहेगा. यह माह वसंत ऋतु के आगमन और देवी दुर्गा की पूजा-आराधना पर्व चैत्र नवरात्र से भी जुड़ा है। होली रंगों का त्योहार है, जो चैत्र से ठीक छह दिन पहले फाल्गुन की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, लेकिन रंग पंचमी होली के पांच दिन बाद चैत्र माह में ही मनाया जाता है. इस माह (Chaitra Month 2025) के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व भी बहुत अधिक हैं.
हिंदू चंद्र कैलेंडर की शुरुआत का प्रतीक (Hindu Chandra Calendar)
चैत्र माह हिंदू संस्कृति में बहुत महत्व रखता है, जो हिंदू चंद्र कैलेंडर की शुरुआत का प्रतीक है. चैत्र मास, जिसे चैत महीना या चैत्र मासम के नाम से भी जाना जाता है. यह एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ मंदिर या स्मारक होता है. यह माह चिंतन-आध्यात्मिक विकास और खुद को ऊर्जान्वित करने के लिए विशेष रूप से प्रभावी है.
चैत्र महीने के अनुष्ठान और व्रत (Chaitra Month Rituals)
चैत्र महीने के दौरान भक्त आशीर्वाद और शुद्धि प्राप्त करने के लिए विभिन्न अनुष्ठान, व्रत और समारोह करते हैं. चैत्र महीने का प्रत्येक दिन विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग देवी-देवताओं को समर्पित होता है. महीने के पहले दिन भक्त श्रृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा की पूजा करते हैं. दूसरे दिन, भक्त भगवान शिव और देवी गौरी की पूजा करते हैं. भक्त चैत्र महीने के चौथे दिन भगवान गणेश की पूजा करते हैं. चैत्र नवरात्र के अवसर पर देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती है.
देवी दुर्गा की पूजा से होती हैं मनोकामनाएं पूरी (Devi Durga Puja)
चैत्र महीना हिंदू कैलेंडर का पहला चंद्र महीना है. इस महीने को मधु मास (Madhu Maas) के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है कि यह शहद के समान मीठा महीना है. चैत्र माह में सूर्य और देवी की पूजा की जाती है. सूर्य देव की पूजा करने से मान-सम्मान बढ़ता है, जबकि देवी दुर्गा की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. चैत्र मास में लाल फल दान करना बहुत शुभ माना जाता है।
ईश्वर का आशीर्वाद पाने का समय चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri 2025)
चैत्र नवरात्र आध्यात्मिक नवीनीकरण, शुद्धि और ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एक शुभ समय माना जाता है. यह अंधकार पर प्रकाश की, अधर्म पर धर्म की और अज्ञान पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है. चैत्र माह की एक और खासियत यह है कि भगवान ब्रह्मा ने इसी दिन ब्रह्मांड की रचना शुरू की थी. इसलिए पूरा देश इस दिन विभिन्न नामों जैसे केरल में विशु, महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा, तेलुगु और कन्नड़ में उगादि रूप में नया साल (Hindu Calendar New Year) मनाता है.
चैत्र पूर्णिमा का महत्व (Chaitra Purnima 2025)
चैत्र पूर्णिमा त्योहार मानव कर्मों को रिकॉर्ड करने वाले देवता चित्रगुप्त को सम्मानित करने और प्रार्थनाओं और अनुष्ठानों के माध्यम से पापों के लिए क्षमा मांगने के दिन के रूप में महत्वपूर्ण है. इस अवसर पर गंगा नदी में पवित्र स्नान (Chaitra Purnima Importance) किया जा सकता है.
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