Siddhivinayak Ganpati Temple में ड्रेस कोड लागू, किन कपड़ों में मंदिर पहुंचे तो नहीं मिलेगी एंट्री? कर लें नोट

Siddhivinayak Ganpati Temple में ड्रेस कोड लागू, किन कपड़ों में मंदिर पहुंचे तो नहीं मिलेगी एंट्री? कर लें नोट

Authored By: JP Yadav

Published On: Thursday, January 30, 2025

Updated On: Thursday, January 30, 2025

Siddhivinayak Ganpati Temple में ड्रेस कोड लागू, किन कपड़ों में मंदिर पहुंचे तो नहीं मिलेगी एंट्री? कर लें नोट

Mumbai Siddhivinayak Ganpati Temple Dress Code: श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि ड्रेस कोड’ लागू करने का मकसद नेक है. इससे सभी भक्त मंदिर में आने के दौरान सहज महसूस करें. इससे मंदिर परिसर में शिष्टाचार भी बना रहेगा.

Authored By: JP Yadav

Updated On: Thursday, January 30, 2025

Mumbai Siddhivinayak Ganpati Temple Dress Code : मुंबई (महाराष्ट्र) के चर्चित मंदिर सिद्धिविनायक में दर्शन के लिए जा रहे हैं या फिर योजना बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. अब इस मंदिर में आने के लिए कुछ नियमों का पालन करना होगा. इसके तहत अब भक्तों को सभ्य और शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने होंगे. ऐसा नहीं करने वालों को मंदिर प्रबंधन एंट्री नहीं होगी. मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर की ओर से जारी एडवायजरी में साफ-साफ कहा गया है कि छोटी स्कर्ट या छोटे कपड़े पहनने वाले श्रद्धालुओं को एंट्री नहीं दी जाएगी. अगले सप्ताह से इस घोषित ड्रेस कोड को लागू कर दिया जाएगा. मंदिर प्रबंधन ने इस एडवायजरी के संबंध में सबको बताने के साथ जानकारी देने का भी निर्णय लिया है, जिससे अगले सप्ताह से सभ्य कपड़े पहनने के नियम को कड़ाई से लागू किया जा सके.

क्या है एडवायजरी ?

हाल ही में श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट (Siddhivinayak Ganpati Temple Trust) की ओर से जारी एडवायजरी में साफ-साफ हिदायत दी गई है कि अब अश्लील कपड़े पहनकर आने पर श्रद्धालुओं अंदर नहीं आने दिया जाएगा. अब मंदिर में आने वाले भक्तों को सभ्य और शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने होंगे. कुल मिलाकर आदेश के मुताबिक, अगले सप्ताह से छोटे या अनुचित कपड़े पहनने वाले भक्तों को प्रभादेवी क्षेत्र में स्थित मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा. आदेश के मुताबिक, छोटी स्कर्ट, कटी या फटी पतलून या ऐसे कपड़े जिनमें शरीर के अंग दिखाई देते हैं, पर रोक रहेगी. ऐसे में कपड़े पहनने वाले भक्तों को मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी मिलेगी.

लगातार मिल रही थी शिकायत

श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट की ओर से इस एडवायजरी की बाबत कहा गया है कि लगातार इसके बाबत शिकायत मिल रही थी. ऐसे में अब ‘ड्रेस कोड’ का निर्णय दूसरे भक्तों को असुविधा पहुंचाने वाले अनुचित कपड़ों के बारे में यह निर्णय लिया गया है. ट्रस्ट का कहना है कि मुंबई का यह मंदिर देश भर चर्चित है. यहां पर बड़ी संख्या में भक्त आते हैं और कई श्रद्धालुओं ने परिधानों के बारे में चिंता जताई थी. कई भक्तों का कहना है कि ऐसे अश्लील और भड़काऊ कपड़े उन्हें पूजा स्थल में अपमानजनक लगते हैं. शिकायतों के साथ-साथ बार-बार अनुरोध मिलने के बाद, मंदिर की पवित्रता को बनाए रखने के लिए ‘ड्रेस कोड’ लागू करने का फैसला किया गया है. ट्रस्ट का मानना है कि इससे मंदिर में एक रूपता बनी रहेगी और सभ्य लोगों की शिकायत पर यह निर्णय लिया है.

About the Author: JP Yadav
जेपी यादव डेढ़ दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वह प्रिंट और डिजिटल मीडिया, दोनों में समान रूप से पकड़ रखते हैं। अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान, लाइव टाइम्स, ज़ी न्यूज और भारत 24 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं दी हैं। कई बाल कहानियां भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं. मनोरंजन, साहित्य और राजनीति से संबंधित मुद्दों पर कलम अधिक चलती है। टीवी और थिएटर के प्रति गहरी रुचि रखते हुए जेपी यादव ने दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक 'गागर में सागर' और 'जज्बा' में सहायक लेखक के तौर पर योगदान दिया है. इसके अलावा, उन्होंने शॉर्ट फिल्म 'चिराग' में अभिनय भी किया है।
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