पिता से मिली राजनीतिक विरासत को अपने बूते फैला रहे हैं सम्राट चौधरी!

पिता से मिली राजनीतिक विरासत को अपने बूते फैला रहे हैं सम्राट चौधरी!

Authored By: सतीश झा

Published On: Tuesday, April 29, 2025

Updated On: Wednesday, April 30, 2025

Samrat Choudhary achievements : 2024 में 2.79 लाख करोड़ के बजट की घोषणा करते हुए!
Samrat Choudhary achievements : 2024 में 2.79 लाख करोड़ के बजट की घोषणा करते हुए!

बिहार भाजपा (BJP) के लिए सम्राट चौधरी (Samart Choudhary) चुनावी राजनीति में बेहद अहम हैं, यह कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. वर्तमान में बिहार के उपमुख्यमंत्री का दायित्व संभाल रहे दिल्ली में कुछ वरिष्ठ नेताओं के बेहद खास पसंद माना जाता है इनको. सम्राट चौधरी (Samart )ने न केवल अपने पिता शकुनी चौधरी (Shakuni Choudhary) से मिली राजनीतिक विरासत को संभाला है, बल्कि उसे अपनी व्यक्तिगत क्षमता, संगठनात्मक कौशल और जनसंपर्क से नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है.

Authored By: सतीश झा

Updated On: Wednesday, April 30, 2025

Samrat Choudhary achievements : भाजपा के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई है. पारिवारिक विरासत के साथ–साथ व्यक्तिगत क्षमता और रणनीतिक सोच ने उन्हें युवा नेता के रूप में उभारा है. सम्राट चौधरी ने 1990 में राजद से सक्रिय राजनीति शुरू की. 19 मई 1999 को राबड़ी देवी सरकार में कृषि मंत्री बने, जहाँ उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था और किसान कल्याण के कार्यक्रम चलाए.

पारिवारिक पृष्ठभूमि और आरंभिक राजनीति

सम्राट चौधरी का राजनीतिक सफर पारिवारिक परंपरा का विस्तार है. उनके पिता, शाकुनी चौधरी, दशकों तक बिहार विधानसभा के प्रभावशाली सदस्य रहे, जिनकी मजबूत जनसमर्थन और क्षमता ने युवा सम्राट को राजनीति में ठोस आधार प्रदान किया. 1990 में सक्रिय राजनीति में कदम रखने के बाद सम्राट चौधरी ने कृषि, शहरी विकास, स्वास्थ्य और पंचायती राज विभागों में मंत्री के तौर पर महत्वपूर्ण कार्य किया, जिससे उनकी व्यक्तिगत छवि भी मजबूत हुई.

लगातार बढ़ता कद

2018 में बिहार प्रदेश भाजपा (Bihar BJP) के उपाध्यक्ष और मार्च 2023 में राज्याध्यक्ष बनाए जाने के बाद चौधरी ने पार्टी के संगठन को कामयाबी की ओर अग्रसर किया. विशेषकर कुशवाहा (कोइरी) समुदाय में उनका जनाधार गहराया, जिससे भाजपा को OBC वोट बैंक में उल्लेखनीय बढ़त मिली.

फरवरी 2024 में उन्हें बिहार के तीन उपमुख्यमंत्रियों में से एक के रूप में शपथ दिलाई गई, साथ ही वित्त, स्वास्थ्य, शहरी विकास, उद्योग व पशुपालन जैसे महत्वपूर्ण विभाग सौंपे गए. वित्त मंत्री के रूप में 2.79 लाख करोड़ के बजट को प्रस्तुत कर उन्होंने बिहार के आर्थिक विकास के नए अध्याय की नींव रखी.

रणनीतिक दृष्टि और संगठनात्मक कौशल

चौधरी ने फास्ट-ट्रैक अदालतों, कर्मठ कार्यकर्ताओं और सोशल मीडिया कैंपेन के माध्यम से विपक्षी नीतियों पर लगातार हमला बोला. 2025 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का सीएम फेस बनाने की चर्चाएँ तेज हुईं, क्योंकि उनकी युवा ऊर्जा और OBC पृष्ठभूमि को चुनावी दलदल में कारगर माना गया.

सम्राट चौधरी की राजनीतिक खूबियां

  • दृढ़ पारिवारिक राजनीतिक विरासत
  • पिता शाकुनी चौधरी से मिली मजबूत जनसमर्थन की नींव
  • पारिवारिक नेटवर्क ने शुरुआती राजनीति में सहारा दिया
  • बिहार प्रदेश भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए कार्यकर्ताओं को जोड़ने और पार्टी मजबूत करने में सफलता
  • फास्ट-ट्रैक अदालतों व सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से विपक्ष पर प्रभावी हमला
  • उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री के रूप में 2.79 लाख करोड़ के बजट का प्रस्तुतीकरण
  • आर्थिक नीतियों से निवेश आकर्षित कर राज्य के विकास को गति
  • स्वास्थ्य, उद्योग, शहरी विकास, पशुपालन व पंचायती राज जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का प्रभार संभाला
  • हर क्षेत्र में ठोस परिणाम दिखाने की पहल
  • OBC—विशेषकर कुशवाहा (कोइरी) समुदाय में गहरा जनाधार
  • युवाओं से सीधे जुड़ने के लिए सोशल मीडिया का प्रभावी उपयोग
  • 2025 विधानसभा चुनाव में CM फेस के रूप में उभरने की क्षमता
  • दलगत समीकरण और क्षेत्रीय समीकरण को संतुलित करने की कुशलता
  • त्वरित न्याय, विकास परियोजनाओं और आपदा प्रबंधन में त्वरित कदम
  • संकट के समय में साहसिक निर्णय लेकर नेतृत्व प्रदान करना
  • विरोधियों के साथ निष्पक्ष बहस और संवाद
  • मीडिया व जनसभाओं में आकर्षक वक्तृत्व
  • नई सोच, स्टार्टअप्स और तकनीकी पहल को बढ़ावा
  • राज्य में डिजिटलकरण और ई-गवर्नेंस को गति
  • स्वच्छ छवि, न्यूनतम विवाद और भ्रष्टाचार विरोधी रुख
  • जनकल्याणकारी योजनाओं का ईमानदार क्रियान्वयन

भविष्य की दिशा

सम्राट चौधरी खुद कहते हैं, “पिता की विरासत मार्गदर्शक है, अंकुश नहीं. मैं अपनी नीतियों, जनसंवाद और विकासपरक कार्यों से इसे आगे ले जा रहा हू. ” उनके इस आत्मविश्वास और सक्रिय नेतृत्व ने बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में उनकी महत्वाकांक्षा को पुष्ट किया है. बिहार की राजनीति में जिस तरह उनका कद तेजी से बढ़ रहा है, वह न सिर्फ पारिवारिक विरासत का फल है, बल्कि उनके व्यक्तिगत प्रयासों, संगठनात्मक क्षमता और चुनावी रणनीति का भी परिणाम है.

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है
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