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Nag Panchami 2025 कब है? जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और खास बातें!
Authored By: स्मिता
Published On: Monday, June 23, 2025
Last Updated On: Monday, June 23, 2025
Nag Panchami 2025: नाग पंचमी नागों या सांपों की पारंपरिक पूजा का दिन है, जिसे भारत और नेपाल में हिंदू, जैन और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग मनाते हैं। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह पूजा श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को की जाती है. इस वर्ष यह तिथि 29 जुलाई को है.
Authored By: स्मिता
Last Updated On: Monday, June 23, 2025
नाग पंचमी पवित्र हिंदू त्योहार है, जो मुख्य रूप से नाग देवता की पूजा के लिए समर्पित है. श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाने वाला यह त्योहार विशेष रूप से भारत और नेपाल में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है. माना जाता है कि इस दिन नागों की पूजा करने से कुंडली में कालसर्प दोष के बुरे प्रभाव दूर होते हैं. इस शुभ दिन पर भक्त सर्प और नाग देवता की मूर्ति पर दूध, हल्दी, चावल और फूल चढ़ाते हैं. दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में सांपों को समर्पित मंदिरों में पारंपरिक अनुष्ठान (Nag Panchami 2025) करने वाले भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है.
नाग पंचमी तिथि और समय (Nag Panchami 2025 Date & Time)
- नाग पंचमी मंगलवार, 29 जुलाई 2025 को मनाई जाएगी.
- पंचमी तिथि का समय
प्रारंभ: 28 जुलाई, 2025 को रात 11:24 बजे
समाप्त: 30 जुलाई, 2025 को सुबह 12:46 बजे - इसलिए इस वर्ष मुख्य रूप से नाग पंचमी मंगलवार, 29 जुलाई 2025 को मनाई जाएगी.
- नाग पंचमी पूजा मुहूर्त (Nag Panchami Puja Muhurt)
- सुबह 05:41 बजे से सुबह 08:23 बजे तक (अवधि: 2 घंटे 43 मिनट)
नाग पंचमी का महत्व (Significance of Nag Panchami)
नाग पंचमी हिंदू आध्यात्मिक कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है. “नाग” शब्द का अर्थ है सर्प या सांप और “पंचमी” चंद्र पखवाड़े के पांचवें दिन को संदर्भित करता है. मान्यता है कि शिवजी और विष्णुजी को विशेष प्रिय सांपों में दैवीय गुण होते हैं. भगवान शिव अपने गले में सर्प पहनते हैं और भगवान विष्णु शेषनाग पर आराम करते हैं. साथ ही दक्षिण भारत में भगवान सुब्रमण्य नाग देवता के रूप में पूजे जाते हैं.
नाग को पिलाया जाता है दूध
प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, नाग पंचमी के अवसर पर पूजा करने से आशीर्वाद मिलता है. ज्योतिष में कालसर्प दोष के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं. इसे पारिस्थितिकी चक्र में सभी प्राणियों का सम्मान करने के दिन के रूप में भी देखा जाता है, विशेष रूप से वे जो सांप की तरह छिप कर रहना चाहते हैं. भारत के ग्रामीण इलाकों में यह त्योहार भक्ति के साथ मनाया जाता है. यहां तक कि नाग (कोबरा) की भी पूजा की जाती है. सपेरों की देखरेख में उन्हें दूध पिलाया जाता है.
नाग पंचमी पर किए जाने वाले अनुष्ठान (Nag Panchami 2025 Rituals)
- नाग पंचमी के अनुष्ठान अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग होते हैं, कुछ जो सभी जगह होते हैं.
- सुबह जल्दी स्नान और प्रार्थना: भक्त अपने दिन की शुरुआत पवित्र स्नान से करते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं.
- सांप की छवि बनाना: महाराष्ट्र, गुजरात और बंगाल जैसे कई राज्यों में गाय के गोबर या हल्दी के लेप का उपयोग करके दीवारों या फर्श पर सांप की आकृति बनाई जाती है. सिंदूर और फूलों से उनकी पूजा की जाती है.
- दूध और मिठाई चढ़ाना: लोग सांप की मूर्ति या सावधानी और भक्ति के साथ असली सांपों पर दूध, गुड़, घी, चावल की खीर और मिठाई चढ़ाते हैं.
- सर्प मन्दिर जाना: केरल में मन्नारसला मंदिर और महाराष्ट्र में नागोबा मंदिर जैसे प्रसिद्ध मंदिरों में इस दिन भारी भीड़ देखी जाती है.
- पारंपरिक गीत और लोक नृत्य: महिलायें नाग पंचमी के पारंपरिक गीत गाती हैं. नाग देवताओं का सम्मान करने के लिए लोक नृत्य करती हैं.
- काल सर्प दोष निवारण पूजा: नागों से संबंधित ज्योतिषीय दोषों से पीड़ित लोगों के लिए मंदिरों में या पुजारियों द्वारा विशेष उपाय और पूजा की जाती है.
नाग पंचमी पर क्या करें (Do’s and Don’ts on Nag Panchami 2025)
- सुबह जल्दी उठें, स्नान करें और नाग देवता और भगवान शिव की पूजा करें.
- नागों को समर्पित मंदिर जाकर पूजा करें.
- भक्ति भाव से दूध, हल्दी, फूल और मिठाई अर्पित करें
- नकारात्मकता और काल सर्प दोष से सुरक्षा के लिए विशिष्ट मंत्रों का जाप करें.
नाग पंचमी पर क्या नहीं करें
- ज़मीन खोदने या खेत जोतने से बचें, क्योंकि इससे ज़मीन के नीचे रहने वाले सांपों को नुकसान पहुंच सकता है.
- इस दिन सांपों को नुकसान नहीं पहुंचाएं या उन्हें नहीं मारें.
- नमकीन भोजन या मांसाहारी भोजन का सेवन करने से बचें.
- किसी भी प्रकार की दैवीय ऊर्जा का अपमान नहीं करें.