रेपो रेट घटने के बाद आधा दर्जन बैंक घटा चुके हैं दरें, कर्ज लेने वाले ग्राहकों की चांदी

रेपो रेट घटने के बाद आधा दर्जन बैंक घटा चुके हैं दरें, कर्ज लेने वाले ग्राहकों की चांदी

Authored By: Suman

Published On: Monday, June 9, 2025

Last Updated On: Monday, June 9, 2025

RBI Repo Rate Cut 2025: रेपो रेट में कटौती के बाद सस्ते हुए होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन की जानकारी देते ग्राफिक्स और बैंकिंग आइकन्स के साथ बिजनेस न्यूज इमेज.
RBI Repo Rate Cut 2025: रेपो रेट में कटौती के बाद सस्ते हुए होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन की जानकारी देते ग्राफिक्स और बैंकिंग आइकन्स के साथ बिजनेस न्यूज इमेज.

भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने पिछले हफ्ते रेपो दर में आधा फीसदी की कटौती कर सबकों चौंका दिया था. इसके बाद आधा दर्जन बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती कर दी है.

Authored By: Suman

Last Updated On: Monday, June 9, 2025

RBI Repo Rate Cut 2025: भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने पिछले हफ्ते रेपो दर में आधा फीसदी की कटौती कर सबकों चौंका दिया था. इससे यह उम्मीद बनी थी कि बैंक भी इसका फायदा ग्राहकों को देंगे. यह जल्दी ही हुआ और अब तक आधा दर्जन बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती कर दी है.

सबसे पहल यूको बैंक, पंजाब नेशनल बैंक जैसे सरकारी बैंकों ने इसकी शुरुआत की थी. इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, करूर वैश्य बैंक ने भी ब्याज दरों में कटौती की है.

पंजाब नेशनल बैंक ने रेपो आधारित लेंडिग रेट (RLLR) को 8.85 फीसदी से घटाकर 8.35 फीसदी कर दिया है. यानी उसने 15 बेसिस पॉइंट की कटौती है. बैंक की नई दर 9 जून से लागू होगी.

यूको बैंक ने सभी टाइम पीरियड के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को 10 बेसिस पॉइंट घटा दिया है. इसके बाद बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपने रेपो आधारित लेंडिग रेट को 50 बेसिस पॉइंट घटाकर 8.35 फीसदी कर दिया. यानी बैंक ने रेपो रेट घटने का पूरा लाभ अपने ग्राहकों को पहुंचाया है. यह दरें 6 जून से ही लागू हो गई हैं.

सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने अपने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) को 50 बेसिस पॉइंट यानी आधा फीसदी घटाकर 8.15 फीसदी कर दिया है. इससे होम लोन, ऑटो लोन और अन्य रेपो-लिंक्ड कर्ज सस्ते होंगे. इस तरह बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपनी RLLR में RBI की पूरी कटौती को लागू कर दिया है.

वहीं, निजी क्षेत्र के HDFC बैंक ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में सभी अवधियों के लिए 10 बेसिस पॉइंट यानी 0.1 फीसदी की कटौती की है.इसके तहत ओवरनाइट और एक महीने की दर अब 8.90%, तीन महीने की दर 8.95%, छह महीने और एक साल की दर 9.05%, जबकि दो और तीन साल की दर 9.10% हो गई है. इससे MCLR से जुड़े कर्ज, जैसे कुछ पर्सनल और बिजनेस लोन, सस्ते होंगे. यह बदलाव 7 जून से लागू हो चुके हैं.

इसी तरह निजी क्षेत्र के करूर वैश्य बैंक ने एमसीएलआर से जुड़ी दरों को एक वर्ष के लिए 20 बेसिस पॉइंट घटाकर 9.8 फीसदी और छह महीने के लिए 10 बेसिस पॉइंट घटा दिया है.

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने शुक्रवार को रेपो दर में 50 बेसिस पॉइंट यानी आधा फीसदी की कटौती का ऐलान किया. इससे रेपो रेट अब 6 फीसदी से घटकर 5.5 फीसदी हो गई है. इसके अलावा एमपीसी ने कैश रिजर्व रेश्यो में 100 बेसिस पॉइंट यानी एक फीसदी की कटौती है. रिजर्व बैंक ने अपना रुख न्यूट्रल यानी तटस्थ रखते हुए महंगाई का टारगेट भी घटाकर 3.7 फीसदी कर दिया है.

मौद्रिक नीति समिति की बैठक 4 जून को शुरू हुई थी और आज इसके फैसलों का ऐलान किया गया. समिति ने लगातार तीसरी बार रेपो दर में कटौती है.

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About the Author: Suman
सुमन गुप्ता एक स्वतंत्र पत्रकार हैं जो आर्थिक और राजनीतिक विषयों पर अच्छी पकड़ रखती हैं। कई पत्र—पत्रिकाओं के लिए पिछले दस साल से स्वतंत्र रूप से लेखन। राष्ट्रीय राजनीति, कोर इकोनॉमी, पर्सनल फाइनेंस, शेयर बाजार आदि से जुड़े उनके सैकड़ों रिपोर्ट, आर्टिकल प्रकाशित हो चुके हैं।
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