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सियासत का नया गढ़ बनता जा रहा है सीवान, होने वाली है पीएम मोदी की रैली
सियासत का नया गढ़ बनता जा रहा है सीवान, होने वाली है पीएम मोदी की रैली
Authored By: सतीश झा
Published On: Wednesday, June 18, 2025
Last Updated On: Wednesday, June 18, 2025
बिहार की सियासत में इन दिनों सीवान (Siwan)तेजी से राजनीतिक हॉटस्पॉट बनता जा रहा है. लगातार हो रही राजनीतिक गतिविधियों और बड़ी रैलियों के चलते यह जिला नेताओं के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनता जा रहा है. अब इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की 20 जून को प्रस्तावित रैली ने सीवान को फिर से सियासी केंद्रबिंदु बना दिया है.
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Wednesday, June 18, 2025
यह रैली न केवल आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर आयोजित की जा रही है, बल्कि यह एनडीए (NDA) की ताकत और एकजुटता को भी प्रदर्शित करने का मंच बनेगी. पीएम मोदी (PM Modi) की इस रैली को लेकर भाजपा (BJP) और जदयू (JDU) समेत NDA के तमाम घटक दलों में भारी उत्साह है.
नित्यानंद राय ने बताया ‘ऐतिहासिक रैली’
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने इस रैली को “ऐतिहासिक” करार देते हुए कहा, “सीवान में होने वाली प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) की यह रैली बिहार की राजनीति को नई दिशा देगी. जनता में अपार उत्साह है और पूरा एनडीए एकजुट होकर तैयारियों में जुटा है.”
क्यों खास है सीवान?
सीवान का राजनीतिक इतिहास काफी उथल-पुथल भरा रहा है. कभी बाहुबली नेताओं का गढ़ रहा यह इलाका अब विकास और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर वोट देने को लेकर सजग हो रहा है. यही कारण है कि सभी दल यहां पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में जुटे हुए हैं.
पीएम मोदी पारिवारिक मूल्यों की बात करते हैं, पर बिहार को अनदेखा करते हैं
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) और BJP पर जोरदार हमला बोला. तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री पर भाई-भतीजावाद के आरोपों को लेकर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी पारिवारिक मूल्यों की बात तो करते हैं, लेकिन बिहार में जो हो रहा है, उसे पूरी तरह नजरअंदाज कर देते हैं”
तेजस्वी ने पीएम मोदी के 20 जून को प्रस्तावित बिहार दौरे पर भी तंज कसा और कहा कि “वह रोजगार देने, गरीबी मिटाने या पलायन रोकने नहीं आ रहे, बल्कि बिहार की जनता को फिर से धोखा देने आ रहे हैं.” पटना में पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने व्यंग्य करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री बताएंगे कि NDA का मतलब क्या है. वह ‘राष्ट्रीय दामाद आयोग’ की बैठक में शामिल होने और शुभकामनाएं देने आ रहे हैं.”
विपक्ष भी है सतर्क
जहां एक ओर NDA इस रैली को अपनी शक्ति प्रदर्शन का अवसर मान रही है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष खासकर RJD भी सीवान को नजरअंदाज नहीं कर रहा. तेजस्वी यादव और अन्य विपक्षी नेता लगातार यहां के मुद्दों को उठा रहे हैं और प्रधानमंत्री की रैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
2025 की तैयारी में एक टारगेट सीट सीवान
बिहार की राजनीति में सीवान अब केवल एक ज़िला नहीं, बल्कि राजनीतिक संदेशों और समीकरणों का केंद्र बनता जा रहा है. प्रधानमंत्री की प्रस्तावित रैली से यह स्पष्ट है कि एनडीए सीवान को 2025 की तैयारी में एक टारगेट सीट मानकर चल रहा है. आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि सीवान की जनता इस सियासी सक्रियता पर क्या फैसला सुनाती है.
बिहार में चुनावी घमासान शुरू हो चुका है और राजनीतिक बयानबाजियों में तल्खी भी बढ़ती जा रही है. प्रधानमंत्री के दौरे से पहले विपक्षी दल खासतौर पर तेजस्वी यादव केंद्र सरकार पर हमला तेज कर चुके हैं, जबकि भाजपा और एनडीए इसे एकजुटता और विकास का संदेश देने वाला मौका बता रही है. अब देखना होगा कि यह सियासी घमासान जनता को कितना प्रभावित करता है.