Lifestyle News
Maa Vaishno Devi Dham : चैत्र नवरात्रि में मां वैष्णो देवी बरसा रहीं भक्तगणों पर असीम कृपा
Authored By: स्मिता
Published On: Wednesday, April 2, 2025
Last Updated On: Wednesday, April 2, 2025
Maa Vaishno Devi Dham : चैत्र नवरात्रि के शुभ अवसर पर जम्मू स्थित मां वैष्णो देवी धाम पूरी तरह भक्तिमय हो गया है. यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. भक्तजन जयकारे लगाते हुए मां की असीम कृपा पाने की अनुभूति पा रहे हैं.
Authored By: स्मिता
Last Updated On: Wednesday, April 2, 2025
Maa Vaishno Devi Dham: चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2025) के शुभ अवसर पर श्रद्धालु जम्मू स्थित मां वैष्णो देवी धाम पहुंच रहे हैं. इसलिए धाम का वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया है. लोग टोलियों में माता के दरबार की ओर प्रस्थान कर रहे हैं. भवन परिसर, यात्रा मार्ग और आधार शिविर कटड़ा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं, जिससे भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो. भक्तजन मां के जयकारे लगाते हुए टोलियों में माता के दरबार की ओर प्रस्थान कर रहे हैं. उन्हें मां का आशीर्वाद (Maa Vaishno Devi Dham) पाने की पवित्र अनुभूति भी हो रही है.
अनिवार्य है मां वैष्णो देवी की यात्रा के लिए पंजीकरण (Maa Vaishno Devi Registration)
ध्यान देने वाली बात यह है कि मां वैष्णो देवी की यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है. बिना आरएफआईडी यात्रा कार्ड के यात्रा की अनुमति नहीं है. इसको लेकर श्राइन बोर्ड ने कटड़ा में सभी पंजीकरण केंद्रों को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया है. ये केंद्र सुबह 4:00 बजे से रात 10:00 बजे तक खुले रहते हैं जहां श्रद्धालु आसानी से अपना पंजीकरण करवा सकते हैं.
ऑनलाइन पंजीकरण (Online Registration)
कटड़ा के मुख्य बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, अंतरराज्यीय बस अड्डा, निहारिका भवन और कटड़ा हेलीपैड सहित विभिन्न स्थानों पर यात्रा पंजीकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं. इसके अलावा रात के समय ऑनलाइन पंजीकरण करने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दर्शन ड्योढ़ी और ताराकोट मार्ग के प्रवेश द्वार पर भी पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं.
भक्ति का अनोखा नजारा (A unique sight of devotion)
मां वैष्णो देवी की यात्रा में श्रद्धालु अपने अनुसार विभिन्न तरीकों से यात्रा कर रहे हैं. कुछ भक्त लेटकर या दंडवत प्रणाम करते हुए यात्रा कर रहे हैं. अन्य पैदल, घोड़े, पिट्ठू, पालकी, बैटरी कार, हेलीकॉप्टर और रोपवे का सहारा ले रहे हैं. नवरात्र के पावन अवसर पर भक्तों की भक्ति का अनोखा नजारा देखने को मिल रहा है.
भक्तों के लिए विशेष सुविधा (Special facility for devotees)
भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए श्राइन बोर्ड ने सभी सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित किया है. इनमें घोड़ा, पिट्ठू, पालकी, बैटरी कार सेवा, हेलीकॉप्टर सेवा और भवन से भैरव घाटी तक चलने वाली रोपवे केबल कार सेवा शामिल हैं. मौसम भी साफ रहने से श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो रही है.
भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम (Special arrangements for crowd control)
श्राइन बोर्ड और प्रशासन ने यात्रा के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. यात्रा मार्ग को छह सेक्टरों में विभाजित किया गया है, इनमें कटड़ा आधार शिविर, बाणगंगा, अर्धकुंवारी, सांझीछत, हिमकोटी और भवन परिसर शामिल हैं. हर सेक्टर में श्राइन बोर्ड के डिप्टी सीईओ स्तर के अधिकारी और पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं, ताकि सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद बनी रहे. भवन परिसर और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस और सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं.
मां वैष्णो देवी के दर्शन (Maa Vaishno Devi Darshan in Navratri)
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए भवन परिसर में लगातार अनाउंसमेंट की जा रही है. जो भक्त मां वैष्णो देवी के दर्शन कर चुके हैं, वे कटड़ा की ओर प्रस्थान करें ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके, बाकी श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन का अवसर मिले.
पहुंच चुके हैं दो लाख से अधिक श्रद्धालु
चैत्र नवरात्र के पहले तीन दिनों में सवा लाख से अधिक श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के दर्शन कर चुके हैं. प्रतिदिन 45,000 से 50,000 श्रद्धालु यात्रा के लिए कटड़ा पहुंच रहे हैं. पहले नवरात्रि (30 मार्च) को 48,802 श्रद्धालु पहुंचे, दूसरे नवरात्रि (31 मार्च) को 45,780 भक्तों ने दर्शन किए, तीसरे नवरात्रि (1 अप्रैल) को शाम 4 बजे तक 24,800 से अधिक श्रद्धालु पंजीकरण करवा चुके थे और यह संख्या लगातार बढ़ रही थी.
वैष्णो देवी धाम की आध्यात्मिक ऊर्जा (Maa Vaishno Dham Spiritual Energy)
चैत्र नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और भक्तिमय माहौल ने मां वैष्णो देवी धाम को पूरी तरह आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया है. प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किए गए बेहतर प्रबंधों के चलते यात्रा सुगम बनी हुई है।
हिन्दुस्थान समाचार के इनपुट के साथ
यह भी पढ़ें :- Chaitra Navratri 2025: जानें 5 या 6 अप्रैल को है नवरात्र कन्या पूजन