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16 साल बाद भी जिंदा है ‘नथुनी’, 1000 km दूर हुआ बिहार पुलिस का सच से सामना
16 साल बाद भी जिंदा है ‘नथुनी’, 1000 km दूर हुआ बिहार पुलिस का सच से सामना
Authored By: JP Yadav
Published On: Thursday, January 9, 2025
Last Updated On: Saturday, April 26, 2025
Bihar Young Man Missing Mystery : नथुनी के गायब होने पर परेशान मामा ने ऐसे लोगों पर आरोप लगा दिया, जो बिल्कुल बेकसूर थे. बावजूद इसके उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया.
Authored By: JP Yadav
Last Updated On: Saturday, April 26, 2025
Bihar Young Man Missing Mystery : नाक में पहनी जाने वाली नथुनी (Nathuni) किसी भी महिला या युवती की सुंदरता को बढ़ा देती है. शहरों में इसे पहनने का चलन भले ही कम हो गया हो, लेकिन गांव में युवतियों को यह पहनना खूब पसंद है. अगर यह नथुनी गुम हो जाए तो युवतियों की चिंता बढ़ जाती है. ऐसे में अगर किसी परिवार का सदस्य (जिसका नाम नथुनी हो) गुम हो जाए तो किस कदर परेशानी बढ़ जाएगा. नथुनी नाम का युवक वर्ष 2008 में बिहार के रोहतास जिले से गुम हुआ और 16 साल बाद 1000 किलोमीटर से अधिक दूर उत्तर प्रदेश के झांसी में बरामद किया गया.
हैरत की बात यह है कि नथुनी नाम के युवक के अपहरण का आरोप उसके सगे चाचा और चचेरे भाइयों पर लगा है. अकोड़ी गोला थाने में युवक नथुनी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज है और चाचा और चचेरे भाइयों के खिलाफ कोर्ट में केस भी चल रहा है. फिलहाल आरोपी जमानत पर हैं. वहीं, 16 साल बाद नथुनी के मिलने से जहां एक ओर परिवार के लोग खुश हैं तो चाचा और चचेरे भाई सदमे में हैं, क्योंकि वह अब तक लाखों रुपये कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फूंक चुके हैं. ऊपर से समाज में बदनामी भी झेल रहे हैं. सवाल है कि अब चाचा और चचेरे भाइयों के जेल में काटी जिंदगी का हिसाब कौन देगा?
कैसे मिला नथुनी ?
झांसी के बरुआसागर इलाके में उपनिरीक्षक नवाब सिंह जांच पड़ताल के सिलसिले में सक्रिय थे. इस बीच एक युवक संदिग्ध हालात में नजर आया. बोलचाल और लहजा साफ बता रहा था कि युवक स्थानीय गांव का नहीं है. ऐसे में ग्रामीणों से पूछताछ की तो पता चला कि यह युवक कहीं बाहर से आया है और महीनों से इसी तरह इधर-उधर रहकर जीवन बसर कर रहा है. युवक से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह बिहार के रोहतास जिले से ताल्लुक रखता है. उसने बताया कि वह अकोड़ी गोला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव देवरिया का मूल निवासी है. इसके बाद पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क किया. बिहार पुलिस ने बताया कि उसका नाम नथुनी है. आरोप है कि 2008 में चाचा और चचेरे भाइयों ने अपहरण करके युवक की हत्या कर दी. परिवार की शिकायत पर चाचा और चचेरे भाइयों पर मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार किया गया. फिलहाल इन पर कोर्ट में अपहरण और हत्या का केस भी चल रहा है.
क्यों छोड़ा नथुनी ने गांव ?
यूपी पुलिस की सूचना पर झांसी पुलिस बिहार पुलिस नथुनी को अकोड़ी गोला थाना लेकर चली आई. यहां पर नथुनी ने बताया कि उसके माता-पिता दुनिया में नहीं हैं. नथुनी की शादी तो हुई थी, लेकिन कई सालों तक बच्चे नहीं हुए तो पत्नी किसी दूसरे युवक के साथ चली गई. नथुनी को इससे सदमा लगा. ऐसे में शर्म और अकेलापन नहीं झेल पाया और गांव से भाग गया. अचानक गायब होने पर मामा बाबूलाल पाल ने चाचा रतिपाल और चचेरे भाई विमलेश, भगवान दास, सतेंद्र और जितेंद्र पर नथुनी का अपहरण करके हत्या करने का आरोप लगा दिया. नथुनी की तलाश पुलिस ने भी की, लेकिन नहीं मिलने पर सभी आरोपियों का जेल में डाल दिया गया. एक बार तो शक होने पर जमीन की खोदाई भी पुलिस ने करवाई कि नथुनी की लाश बरामद हो जाए. उधर, जब नथुनी के जिंदा होने के बारे में चाचा और चचेरे भाइयों को मिली तो वह भी झांसी आए. अब चाचा रतिपाल का कहना है कि भतीजा जिंदा है, इससे तो खुशी है, लेकिन हमारी जिंदगी के बेशकीमती साल कौन लौटाएगा, जो हमने बेगुनाह होते हुए भी जेल में गुजार दिए.
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