Arvind Kejriwal Nomination Row : अरविंद केजरीवाल के सामने नई मुश्किल, क्या अब नहीं लड़ पाएंगे चुनाव? पूरा मामला जानने के लिए पढ़ें स्टोरी

Arvind Kejriwal Nomination Row : अरविंद केजरीवाल के सामने नई मुश्किल, क्या अब नहीं लड़ पाएंगे चुनाव? पूरा मामला जानने के लिए पढ़ें स्टोरी

Authored By: JP Yadav

Published On: Saturday, January 18, 2025

Updated On: Saturday, January 18, 2025

Arvind Kejriwal Nomination Row : अरविंद केजरीवाल के सामने नई मुश्किल, क्या अब नहीं लड़ पाएंगे चुनाव? पूरा मामला जानने के लिए पूरी स्टोरी
Arvind Kejriwal Nomination Row : अरविंद केजरीवाल के सामने नई मुश्किल, क्या अब नहीं लड़ पाएंगे चुनाव? पूरा मामला जानने के लिए पूरी स्टोरी

Arvind Kejriwal Nomination Row: आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर नामांकन में जानकारी छिपाने का गंभीर आरोप लगा है.

Authored By: JP Yadav

Updated On: Saturday, January 18, 2025

Arvind Kejriwal Nomination Row: नई दिल्ली विधासभा सीट से चुनाव लड़ रहे अरविंद केजरीवाल एक नई मुश्किल में फंस गए हैं. आम आदमी पार्टी के मुखिया और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल पर नामांकन में एफआईआर और आय छिपाने का आरोप लगा है. यह गंभीर आरोप एडवोकेट शकीत गुप्ता ने लगाया है. अगर इसे सत्या पाया जाता है तो AAP उम्मीदवार अरविंद का नामांकन भी रद्द हो सकता है. यहां पर बता दें कि 5 फरवरी को दिल्ली की सभी 70 सीटों पर मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे. वहीं, अब अरविंद केजरीवाल के नामांकन में जानकारी छिपाने का आरोप लगने के बाद दिल्ली की राजनीति भी गरमा गई है. फिलहाल रिटर्निंग ऑफिसर (RO) ने अरविंद केजरीवाल के नामांकन पर रोक लगा दी है. हम चाहते हैं कि RO उनका नामांकन पत्र खारिज कर दें.

वेतन की जानकारी भी छिपाने का आरोप

दिल्ली के एडवोकेट शकीत गुप्ता ने खुद को नई दिल्ली सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार प्रवेश शर्मा का प्रतिनिधि बताते हुए आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल ने अपने नामांकन में आय की गलत जानकारी देने के साथ एफआईआर की जानकारी भी छिपाई है. अब शकीत गुप्ता कहना है कि इस मामले में हमने रिटर्निंग ऑफिसर के सामने आपत्ति जारी की है. शकीत गुप्ता का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने 2019-2020 में अपनी आय 1,57,823 रुपये दिखाई है, जो मासिक 13,152 लाख रुपये है. पहली नजर में ही यह राशि पूरी तरह से गलत और सरासर झूठ है. ऐसा संभव ही नहीं हो सकता है. ऐसे में यह तो न्यूनतम वेतन अधिनियम का भी उल्लंघन है. विधानसभा के रिकॉर्ड्स के अनुसार, प्रत्येक मुख्यमंत्री को 20,000 रुपये मासिक वेतन और 1,000 रुपये दैनिक भत्ता मिलता है.

नामांकन में एफआईआर की जानकारी भी छिपाने का आरोप

एडवोकेट शकीत गुप्ता का कहना है कि अरविंद केजरीवाल द्वारा उपलब्ध जानकारी के अनुसार, वह वोटर्स को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. वार्ड 52 में वोटर लिस्ट में उनका सीरियल नंबर 709 है. इसमें जांच की तो पता चला कि वार्ड 52 में सीरियल नंबर केवल 1-708 तक थे. वहीं, अरविंद केजरीवाल का वोट गाजियाबाद के कौशांबी में वार्ड नंबर 72, वोटर नंबर 991 में भी दर्ज है. नियमानुसार, उत्तर प्रदेश में पंजीकृत एक मतदाता दिल्ली में चुनाव कैसे लड़ सकता है? यह अनैनितक होने के साथ-साथ कानून के नजरिये से भी गलत है. वहीं, एडवोकेट शकीत गुप्ता की मानें तो नॉर्थ एवेन्यू थाने में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत तीन मामले भी दर्ज हैं. बावजूद इसके उन्होंने इसकी जानकारी अपने नामांकन हलफनामे में छिपाई.

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जेपी यादव डेढ़ दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वह प्रिंट और डिजिटल मीडिया, दोनों में समान रूप से पकड़ रखते हैं। अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान, लाइव टाइम्स, ज़ी न्यूज और भारत 24 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं दी हैं। कई बाल कहानियां भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं. मनोरंजन, साहित्य और राजनीति से संबंधित मुद्दों पर कलम अधिक चलती है। टीवी और थिएटर के प्रति गहरी रुचि रखते हुए जेपी यादव ने दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक 'गागर में सागर' और 'जज्बा' में सहायक लेखक के तौर पर योगदान दिया है. इसके अलावा, उन्होंने शॉर्ट फिल्म 'चिराग' में अभिनय भी किया है।
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