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बुंदेलखंड के कायाकल्प की एक और पहल
बुंदेलखंड के कायाकल्प की एक और पहल
Authored By: सतीश झा
Published On: Saturday, January 4, 2025
Last Updated On: Saturday, January 4, 2025
योगी आदित्यनाथ सरकार ने बुंदेलखंड के विकास के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। झांसी और जालौन को जोड़ने वाला 115 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाने की योजना को हरी झंडी दी गई है। यह पहल क्षेत्र के औद्योगिक और आर्थिक कायाकल्प की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बुंदेलखंड का यह कायाकल्प न केवल क्षेत्र की तस्वीर बदलेगा, बल्कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Saturday, January 4, 2025
झांसी-जालौन लिंक एक्सप्रेसवे से क्षेत्र में डिफेंस कॉरिडोर के विकास को गति मिलेगी। झांसी और कानपुर के बीच बनने वाले 36,000 एकड़ के औद्योगिक शहर में निवेश आकर्षित होगा। इसके लिए सरकार ने बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) का गठन भी शुरू कर दिया है।
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे से पर्यटन और उद्योग को बढ़ावा
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (15.2 किलोमीटर) को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने की पहल पहले ही की जा चुकी है। इससे चित्रकूट के धार्मिक और पर्यटन स्थलों की बेहतर कनेक्टिविटी होगी। डिफेंस कॉरिडोर की इकाइयों को भी इसका लाभ मिलेगा।
पिछड़ेपन और पलायन पर रोक
योगी सरकार ने बुंदेलखंड में पानी की समस्या और पलायन के मुद्दे पर भी ध्यान केंद्रित किया है। अर्जुन सहायक नहर और केन-बेतवा लिंक जैसी परियोजनाओं के जरिए खेतों और गांवों को पानी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
सोलर एनर्जी और फार्मा पार्क के जरिए नए रोजगार
बांदा, झांसी, ललितपुर, और जालौन में सोलर पार्क स्थापित किए जा रहे हैं। साथ ही ललितपुर में 1500 एकड़ में फार्मा पार्क विकसित किया जा रहा है, जिससे रोजगार के नए अवसर बनेंगे।
1300 करोड़ रुपये की लागत वाला एक्सप्रेसवे
करीब 1300 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला झांसी-जालौन लिंक एक्सप्रेसवे चार लेन का होगा, जिसे भविष्य में छह लेन तक विस्तारित किया जाएगा। इसमें जमीन अधिग्रहण की लागत 228 करोड़ रुपये अनुमानित है।
बुंदेलखंड: विकास की नई राह पर
योगी सरकार की विशेष औद्योगिक प्रोत्साहन नीति और सुदृढ़ कनेक्टिविटी से बुंदेलखंड के औद्योगिक और सामाजिक विकास को नई दिशा मिलेगी। यह क्षेत्र जल्द ही औद्योगिक, सौर ऊर्जा और पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनने की राह पर है।