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लखनऊ का मौसम 27 April 2025: भीषण गर्मी के बीच बादलों की दस्तक, तपती दोपहर में राहत की उम्मीद!
लखनऊ का मौसम 27 April 2025: भीषण गर्मी के बीच बादलों की दस्तक, तपती दोपहर में राहत की उम्मीद!
Authored By: Khursheed
Published On: Saturday, April 26, 2025
Updated On: Saturday, April 26, 2025
लखनऊ में 27 अप्रैल की सुबह हल्की ठंडक और सुखद माहौल के साथ शुरू होने की संभावना है. दिनभर आसमान आंशिक रूप से बादलों से घिरा रहेगा, लेकिन मौसम अधिकांशतः साफ बना रहेगा. अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जबकि रात का न्यूनतम तापमान लगभग 24 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। हल्की गरज-चमक के आसार रहेंगे, हालांकि बारिश की संभावना नहीं के बराबर है। कुल मिलाकर, मौसम सामान्य रहेगा और लोग दिनभर अपने कामों और आउटडोर गतिविधियों का आनंद ले सकेंगे.
Authored By: Khursheed
Updated On: Saturday, April 26, 2025
लखनऊ में 27 अप्रैल को तपती धूप के बीच मौसम कुछ नरम पड़ने के संकेत दे रहा है. भीषण गर्मी के बीच आसमान पर बादलों की दस्तक से शहरवासियों को हल्की राहत मिलने की उम्मीद है. मौसम विभाग के अनुसार, दिनभर आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ तेज हवाओं के झोंके माहौल को थोड़ा सुहाना बना सकते हैं. अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ सकता है जबकि न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा. नमी का स्तर 40% से 70% के बीच रहने की संभावना है जिससे हल्की उमस भी महसूस हो सकती है. हालांकि बारिश की संभावना बेहद कम है, फिर भी बदलते मौसम की हलचल से गर्मी के तीखे तेवर कुछ देर के लिए ढीले पड़ सकते हैं. कुल मिलाकर, रविवार का दिन लखनऊ में तपिश और राहत के बीच एक दिलचस्प संगम लेकर आने वाला है.
लखनऊ: 28 से 2 मई तक का मौसम पूर्वानुमान
28 अप्रैल से लखनऊ में तेज सतही हवाएं दिन के समय चलने की संभावना है. अधिकतम तापमान 39°C और न्यूनतम 25°C रहेगा, जबकि नमी 30% से 60% के बीच होगी. 29 और 30 अप्रैल को भी तेज हवाएं जारी रहेंगी, तापमान लगभग 38°C तक रहेगा और रातें हल्की गर्म रहेंगी. मई की शुरुआत में 1 और 2 तारीख को मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. दोनों दिन आसमान पर बादलों से घिरा रहेगा और बारिश या गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं. इन दिनों नमी का स्तर 90% तक पहुंचने की संभावना है, जिससे उमस बढ़ सकती है.
गर्मी और लू से बचने के उपाय
- हल्के और ढीले कपड़े पहनें:
साफ-सुथरे, हल्के रंग के, सूती या लिनन के कपड़े पहनें. इससे शरीर को ठंडक मिलेगी और पसीना जल्दी सूखेगा.
- खूब पानी और तरल पदार्थ पिएं:
प्यास लगे या न लगे, दिनभर में बार-बार पानी, नींबू पानी, नारियल पानी या घर के बने अन्य तरल पदार्थ पीते रहें, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो.
- शरीर को ठंडा रखें:
जरूरत पड़ने पर दिन में दो बार ठंडे पानी से नहाएं. घर में ठंडी जगह पर रहें और पंखा, कूलर या एसी का इस्तेमाल करें.
- लक्षणों को नजरअंदाज न करें:
अगर चक्कर आना, अत्यधिक पसीना, सिरदर्द, उल्टी या कमजोरी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
- भारी और मसालेदार भोजन से बचें:
गर्मी में हल्का और ताज़ा भोजन करें. तली-भुनी चीज़ों और अधिक मिर्च-मसाले से पाचन गड़बड़ हो सकता है.
पिछले 10 दिनों में लखनऊ में मौसम का मिज़ाज
दिनांक | Min Temp. | Max Temp. |
---|---|---|
Apr 26, 2025 | 24 | 42 |
Apr 25, 2025 | 24 | 43 |
Apr 24, 2025 | 24 | 42 |
Apr 23, 2025 | 23 | 40 |
Apr 22, 2025 | 24 | 40 |
Apr 21, 2025 | 26 | 41 |
Apr 20, 2025 | 24 | 37 |
Apr 19, 2025 | 29 | 42 |
Apr 18, 2025 | 26 | 42 |
Apr 17, 2025 | 26 | 42 |
लखनऊ में इतनी गर्मी का क्या है कारण?
लखनऊ में गर्मी पड़ने का सबसे बड़ा कारण पछुआ हवाएं हैं. साथ ही तेजी से हो रहे शहरीकरण, पेड़ों की कटाई और कंक्रीट के बढ़ते निर्माण ‘Urban Heat Island Effect’ को बढ़ावा देते हैं, जिससे शहरों का तापमान आस-पास के ग्रामीण इलाकों से ज़्यादा होता है.समुद्र से काफी दूर होने के कारण यहां समुद्री मॉनसून का सुकून देने वाला प्रभाव भी कम ही पहुंच पाता है.
शहरीकरण का दुष्प्रभाव
लखनऊ में तेजी से बढ़ते शहरीकरण ने ‘अर्बन हीट आइलैंड’ प्रभाव को जन्म दिया है. कंक्रीट के जंगलों ने प्राकृतिक हरियाली को निगल लिया है, जबकि निर्माण गतिविधियों ने गर्मी सोखने वाली खुली जमीन को कम कर दिया है. एयर कंडीशनर और वाहनों से निकलने वाली गर्मी ने शहर के तापमान को और बढ़ा दिया है.
प्रदूषण की भूमिका
वायु प्रदूषण ने लखनऊ की गर्मी की समस्या को और विकराल बना दिया है. वायुमंडल में जमा प्रदूषक कण सूरज की गर्मी को रोककर रखते हैं, जबकि धूल और स्मॉग की मोटी परत शहर को एक गर्म कंबल की तरह ढंक लेती है. यह प्रभाव रात के तापमान को भी असामान्य रूप से बढ़ा देता है.
मौसम पैटर्न में बदलाव
पिछले कुछ वर्षों में मौसम के पैटर्न में आए बदलाव ने भी गर्मी को बढ़ाया है. पश्चिमी विक्षोभ की कमी, मानसून पूर्व बारिश में कमी और लंबे समय तक चलने वाली शुष्क हवाओं ने गर्मी की अवधि को बढ़ा दिया है.
जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
वैश्विक जलवायु परिवर्तन ने दिल्ली के तापमान को भी प्रभावित किया है. बढ़ता वैश्विक तापमान, अप्रत्याशित मौसम चक्र और गर्मी के मौसम की अवधि में वृद्धि ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है.
तत्काल प्रभाव और समाधान
इस भीषण गर्मी के कारण लू की घटनाएं बढ़ी हैं, बिजली की मांग आसमान छू रही है और जल संकट गहराता जा रहा है. इस स्थिति से निपटने के लिए शहर में हरियाली बढ़ाने, जल संरक्षण के उपाय अपनाने और सतत विकास की नीतियों को लागू करने की तत्काल आवश्यकता है.