Tahawwur Rana Extradition: कौन है तहव्वुर राणा? क्या है पाकिस्तान की सेना से लिंक? जानें आतंकी की पूरी कुंडली

Tahawwur Rana Extradition: कौन है तहव्वुर राणा? क्या है पाकिस्तान की सेना से लिंक? जानें आतंकी की पूरी कुंडली

Authored By: JP Yadav

Published On: Tuesday, April 8, 2025

Updated On: Tuesday, April 8, 2025

Tahawwur Rana Extradition: कौन है तहव्वुर राणा? क्या है पाकिस्तान की सेना से लिंक? जानें आतंकी की पूरी कुंडली
Tahawwur Rana Extradition: कौन है तहव्वुर राणा? क्या है पाकिस्तान की सेना से लिंक? जानें आतंकी की पूरी कुंडली

Tahawwur Rana Extradition : अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट (US Supreme Court) ने तहव्वुर राणा को भारत में प्रत्यर्पण पर आपातकालीन रोक लगाने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी.

Authored By: JP Yadav

Updated On: Tuesday, April 8, 2025

Tahawwur Rana Extradition : 26/11 मुंबई हमलों के गुनहगार तहव्वुर राणा को बड़ा झटका लगा है. मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा (Mumbai terror attack accused Tahawwur Rana) के भारत आने का रास्ता साफ हो गया है. मिली जानकारी के अनुसार, तहव्वुर राणा की ये आखिरी याचिका थी, जिसे अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट (US Supreme Court) ने खारिज कर दिया है.

किया था आपातकालीन आवेदन पेश

पाकिस्तानी मूल का 64 साल का कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा कई सालों से लॉस एंजिलिस के मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में बंद है. उसने 27 फरवरी को अमेरिकी उच्चतम न्यायालय की एसोसिएट न्यायाधीश और नौवें सर्किट की सर्किट न्यायाधीश एलेना कागन के समक्ष “बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के लंबित मुकदमे पर रोक लगाने के लिए आपातकालीन आवेदन” प्रस्तुत किया था.

कोर्ट ने किया आवेदन अस्वीकार

एलेना कागन ने पिछले महीने की शुरुआत में आवेदन अस्वीकार कर दिया था. इसके बाद तहव्वुर राणा ने अपने इस आवेदन को नवीनीकृत किया और अनुरोध किया कि नवीनीकृत आवेदन प्रधान न्यायाधीश रॉबर्ट्स को भेजा जाए. US सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर पोस्ट एक आदेश में कहा गया है कि तहव्वुर राणा के नवीनीकृत आवेदन को 4 अप्रैल, 2025 की बैठक के लिए सूचीबद्ध किया गया था. इसके बाद 7 अप्रैल (सोमवार) को US सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर एक नोटिस में कहा गया कि कोर्ट ने आवेदन अस्वीकार कर दिया है.

मुंबई हमले में हुई थी 116 लोगों की मौत

26/11 के आतंकी हमले में 166 लोगों की जान चली गई थी. इनमें 24 विदेशी नागरिक भी शामिल थे. सभी आतंकी अरब सागर के रास्ते मुंबई पहुंचे थे. इसमें लश्कर-ए-तैयबा के 10 सदस्यीय भारी हथियारों से लैस थे. आतकियों ने 26 से 29 नवंबर 2008 के बीच शहर को करीब 60 घंटे तक बंधक बनाए रखा और बेकसूर लोगों को गोलियों से भून दिया.

क्या हैं तहव्वुर हुसैन राणा पर आरोप

तहव्वुर हुसैन राणा पर आरोप है कि शिकागो में फर्स्ट वर्ल्ड इमिग्रेशन सर्विसेज की स्थापना की, जिसकी एक शाखा मुंबई में थी. इसके जरिये वह भारत में संपर्क में रहा. अमेरिकी अधिकारियों ने 2005-2009 के बीच लश्कर-ए-तैयबा को आर्थिक सहायता प्रदान करने और डेनमार्क के एक समाचार पत्र पर योजनाबद्ध हमले का समर्थन करने के लिए 2011 में उसे दोषी माना है.

पेशे से डॉक्टर है तहव्वुर हुसैन राणा

लोगों को यह जानकर ताज्जुब होगा कि तहव्वुर हुसैन राणा पेशे से डॉक्टर है. वह पूर्व में पाकिस्तानी सेना में बतौर डॉक्टर अपनी सेवा भी दे चुका है. तहव्वुर हुसैन राणा को मुंबई हमले के मास्टर माइंड डेविड हेडली का करीबी बताया जाता है. तहव्वुर हुसैन राणा पर आरोप है कि उसने ही मुंबई में आतंकी हमले को फाइनेंस किया था.

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जेपी यादव डेढ़ दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वह प्रिंट और डिजिटल मीडिया, दोनों में समान रूप से पकड़ रखते हैं। अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान, लाइव टाइम्स, ज़ी न्यूज और भारत 24 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं दी हैं। कई बाल कहानियां भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं. मनोरंजन, साहित्य और राजनीति से संबंधित मुद्दों पर कलम अधिक चलती है। टीवी और थिएटर के प्रति गहरी रुचि रखते हुए जेपी यादव ने दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक 'गागर में सागर' और 'जज्बा' में सहायक लेखक के तौर पर योगदान दिया है. इसके अलावा, उन्होंने शॉर्ट फिल्म 'चिराग' में अभिनय भी किया है।
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