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ईरान पर अमेरिकी वार से शेयर बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स 900 अंक से ज्यादा टूटा
Authored By: Suman
Published On: Monday, June 23, 2025
Last Updated On: Tuesday, June 24, 2025
ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी की बमबारी से पूरी दुनिया में हलचल है. इसके असर से शेयर बाजारों में भी कोहराम मच गया. सोमवार को बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 900 अंकों से ज्यादा टूट गया.
Authored By: Suman
Last Updated On: Tuesday, June 24, 2025
Share Market Today: ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी की बमबारी (US strikes on Iran’s nuclear sites) से पूरी दुनिया में हलचल है. इसके असर से शेयर बाजारों में भी कोहराम मच गया. सोमवार को भारतीय शेयर बाजार भी धराशायी हो गए बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 900 अंकों से ज्यादा टूट गया.
सुबह सेंसेक्स 704 अंकों की गिरावट के साथ 81,704.07 पर खुला और सुबह 10 बजे के आसपास 932 अंकों की भारी गिरावट के साथ 81,476.76 तक चला गया. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (NSE Nifty) 173 अंकों की गिरावट के साथ 24,939.75 पर खुला और गिरते हुए 24,824.85 तक चला गया.
हालांकि बाद में बाजार काफी संभल गया. कारोबार के अंत में सेंसेक्स 511.38 अंक टूटकर 81,896.79 पर बंद हुआ. इसी तरह, निफ्टी 140.50 अंक टूटकर 24,971.90 पर बंद हुआ.
शुरुआती कारोबार में बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में नेस्ले, ओएनजीसी, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, भारती एयरटेल, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस आदि शामिल रहे, जबकि गिरने वाले शेयरों में इन्फोसिस, एचसीएल टेक, एचयूएल, विप्रो, हीरो मोटोकॉर्प आदि शामिल रहे. शुरुआती कारोबार में निफ्टी में करीब 981 शेयरों में तेजी और 1940 शेयरों में गिरावट देखी गई.
निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 भी आधा फीसदी से ज्यादा टूट गए. सेक्टोरल इंडाइसेज की बात करें तो निफ्टी आईटी (Nifty IT) सबसे ज्यादा करीब सवा फीसदी टूट गया. इसके बाद कंज्यूमर ड्यूरेबल, रियल्टी में भी करीब एक फीसदी की गिरावट आई मेटल, एनर्जी, प्राइवेट बैंक में करीब पौने फीसदी की गिरावट आई. शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव को मापने वाले सूचकांक इंडिया वीआईएक्स (India VIX) में करीब चार फीसदी की भारी गिरावट आई है.
इसके असर से आज एशिया के ज्यादातर बाजार लाल निशान में हैं. दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 और हांगकांग का हैंगशेंग सब टूट गए हैं. चीन के शंघाई कम्पोजिट इंडेक्स में उतार-चढ़ाव है. अमेरिका के वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स में भी गिरावट आई है.
अमेरिका ने शनिवार को ईरान के तीन न्यूक्लियर ठिकानों पर जबर्दस्त बमबारी की थी इससे पश्चिम एशिया में तनाव काफी बढ गया है. ईरान इसका बदला जरूर लेगा और उसने पश्चिम एशिया में मौजूद अमेरिकी सैन्य बेड़ों को भारी नुकसान पहुंचाने की चेतावनी दी है. ईरान की संसद ने होर्मुज स्ट्रेट को बंद करने का समर्थन किया है. अगर ऐसा होता है इससे कच्चे तेल की कीमत काफी बढ जाएगी और खासकर भारत को इसका काफी नुकसान उठाना पड सकता है. इस जलमार्ग के जरिये दुनिया के करीब 20 फीसदी कच्चे तेल की आपूर्ति होती है.
कच्चा तेल पांच महीने की ऊंचाई पर
इसकी वजह से कच्चा तेल पांच महीने की ऊंचाई 80 बैरल प्रति डॉलर को पार कर चुका है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर होर्मुज स्ट्रेट जलमार्ग बंद हुआ तो कच्चे तेल की कीमत बढ़कर 130 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है. जानकार कहते हैं कि इस समय निवेशकों को धैर्य बनाए रखना चाहिए और गिरावट पर अच्छे शेयरों की खरीदारी का मौका नहीं गंवाना चाहिए.