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रेपो दर में कटौती: जानें अब कितनी घट जाएगी आपके होम लोन की EMI
रेपो दर में कटौती: जानें अब कितनी घट जाएगी आपके होम लोन की EMI
Authored By: Suman
Published On: Friday, June 6, 2025
Last Updated On: Friday, June 6, 2025
रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने शुक्रवार को रेपो दर में आधा फीसदी की कटौती कर दी. इससे व्हीकल लोन, पर्सनल लोन, होम लोन आदि पर ब्याज दर घट जाएगी.
Authored By: Suman
Last Updated On: Friday, June 6, 2025
RBI repo rate cut 2025: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने शुक्रवार को रेपो दर में 50 बेसिस पॉइंट यानी आधा फीसदी की कटौती कर दी. इससे जहां नुकसान यह है कि बैंक जमा पर आपको मिलने वाली ब्याज दर में कमी आ सकती है. वहीं फायदा यह है कि इससे व्हीकल लोन, पर्सनल लोन, होम लोन (Home Loan), कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन आदि पर ब्याज दर घट जाएगी.
हालांकि होम लोन के मामले में इसका लाभ उन्हीं ग्राहकों को मिलेगा जिन्होंने फ्लोटिंग रेट पर होम लोन लिया होगा. फिक्स्ड रेट पर लोन लेने वालों को इसका फायदा नहीं मिलेगा.
रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में आधा फीसदी की कटौती ने बहुत से लोगों को चौंकाया है. ज्यादातर एनालिस्ट चौथाई फीसदी कटौती की उम्मीद कर रहे थे. अब अगस्त 2022 के बाद रेपो रेट सबसे कम हो गया है और ब्याज दरें भी इसी अनुपात में कम हो सकती हैं. हालांकि बैंक ग्राहकों तक यह लाभ पहुंचाने में थोड़ी देर करते हैं. लेकिन एक बार जब किसी बैंक ने यह सिलसिला शुरू किया तो फिर सभी बैंकों को इसे करना पड़ेगा.
कितना होगा असर
मान लीजिए किसी व्यक्ति ने 20 साल की अविध के लिए 50 लाख रुपये का लोन लिया है तो अभी 9 फीसदी के ब्याज पर हर महीने 44,986 रुपये की EMI आती है. अब अगर बैंक ने ब्याज दर घटाकर 8.5 फीसदी कर दी तो उसकी EMI घटकर 43,391 रुपये रह जाएगी. यानी उसके EMI में हर महीने करीब 1600 रुपये की बचत होगी.
बिक्री को मिलेगा सहारा
मौजूदा वित्त वर्ष की बजट में केंद्र सरकार ने 12 लाख रुपये तक की सालाना आय को पूरी तरह से कर मुक्त कर दिया है. इधर रिजर्व बैंक ब्याज दरों में लगातार कटौती करता जा रहा है. इन दोनों की वजह आम आदमी के जेब में ज्यादा पैसा बचेगा और इस बचत को गैर जरूरी उपभोक्ता सामान पर खर्च करेगा. इससे कार, एसी, बाइक, वाशिंग मशीन जैसे कई उत्पादों की मांग और बिक्री में बढ़त होने की उम्मीद की जा सकती है. इससे रियल एस्टेट सेक्टर को भी बिक्री में अच्छी बढ़त होने की उम्मीद है.
होम लोन की अवधि घटा सकते हैं
अगर बैंक ब्याज दर को कम करने का फैसला करता है तो वह आपको या तो समान होम लोन अवधि रखकर अपनी EMI को कम करने या होम लोन की अवधि को कम करने का विकल्प देगा. ऐसे में आपके लिए यह भी एक बेहतर विकल्प है कि अपने होम लोन की अवधि को कम करा लें. इससे आपको लंबी अवधि में अधिक फायदा मिल सकता है.
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