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Share Market Investors: यूपी बना इन्वेस्टमेंट प्रदेश, सबसे ज्यादा नए निवेशकों की संख्या ने चौंकाया
Share Market Investors: यूपी बना इन्वेस्टमेंट प्रदेश, सबसे ज्यादा नए निवेशकों की संख्या ने चौंकाया
Authored By: Suman
Published On: Tuesday, April 1, 2025
Updated On: Tuesday, April 1, 2025
शेयर मार्केट निवेश के मामले में यूपी के छोटे शहरों और कस्बों के लोग अच्छी रुचि दिखाने लगे हैं. UP देश में शेयर बाजार के नए रजिस्टर्ड इन्वेस्टर्स (Share Market Investors) के मामले में शीर्ष राज्य बन गया है.
Authored By: Suman
Updated On: Tuesday, April 1, 2025
Share Market Investors: उत्तर प्रदेश (UP) को बीमारू प्रदेश को कहा जाता है,, लेकिन आज वहां के युवा कारोबार और निवेश में जिस तरह से बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं उससे ऐसा लग रहा है कि जल्द ही यह प्रदेश महाराष्ट्र, गुजरात जैसे विकसित प्रदेशों की श्रेणी में खड़ा हो जाएगा. शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड में निवेश के मामले में यूपी के छोटे शहरों और कस्बों के लोग अच्छी रुचि दिखाने लगे हैं. उत्तर प्रदेश देश में शेयर बाजार के नए रजिस्टर्ड इन्वेस्टर्स (Share Market Investors) के मामले में शीर्ष राज्य बन गया है.
वित्त वर्ष 2024-25 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर नए निवेशकों के रजिस्ट्रेशन के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे हो गया है. यूपी का यह आंकड़ा चौंकाने वाला है क्यों कि अभी तक यही माना जाता है कि शेयर बाजार में निवेश के मामले में गुजरात और महाराष्ट्र में ज्यादा जागरूकता है और वहां से बड़ी संख्या में निवेशक हैं.
एनएसई के एक बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश में वित्त वर्ष 2024-25 में 29.5 लाख नए निवेशक जुड़े हैं जो कुल नए निवेशकों का 14 फीसदी है. इसके बाद दूसरे और तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र और गुजरात में नए रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या क्रमश: 26.2 लाख और 17.2 लाख है.
शेयर बाजार के कुल नए निवेशकों के रजिस्ट्रेशन में करीब 48 फीसदी हिस्सा टॉप 5 स्टेट का है. जिलों के हिसाब से देखें तो सबसे कुल 12.2 लाख नए रजिस्ट्रेशन के साथ दिल्ली-एनसीआर सबसे आगे है. इसके बाद मुंबई का स्थान है जहां कुल 8.5 लाख रजिस्ट्रेशन हुए. इसके बाद 3 लाख रजिस्ट्रेशन के साथ बेंगलुरु तीसरे स्थान पर है.
गुजरात से ज्यादा निवेशक यूपी में
अगर कुल निवेशकों की बात करें तो 1.84 करोड़ यूनिक इन्वेस्टर्स के साथ महाराष्ट्र सबसे आगे है. इसके बाद उत्तर प्रदेश में 1.3 करोड़ निवेशक हैं. इसके बाद गुजरात में 99 लाख रजिस्टर्ड इनवेस्टर, पश्चिम बंगाल में 66 लाख इन्वेस्टर और राजस्थान में 65 लाख इन्वेस्टर हैं. पिछले एक साल में निवेशकों में सबसे ज्यादा बढ़त मिजोरम में हुई है. वहां यूनिक इन्वेस्टर्स की संख्या 54 फीसदी बढ़कर 2 से 3 लाख हो गई है.
देश में 20 राज्य ऐसे हैं जहां 10 लाख से ज्यादा इन्वेस्टर हैं. इनमें महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, केरल, तेलंगाना, असम, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड शामिल हैं.
लगातार बढ़ रहे निवेशक
शेयर बाजारों में पिछले छह महीने के दौरान भारी उतार-चढ़ाव के बावजूद वित्त वर्ष 2024-25 में एनएसई के यूनिक इक्विटी इन्वेस्टर्स की संख्या में 2 करोड़ से ज्यादा की बढ़त हुई है. देश में कुल यूनिक इन्वेस्टर्स की संख्या 11.3 करोड़ है. यह पिछले वित्त वर्ष 9.2 करोड़ था.
इसी डेटा के मुताबिक एनएसई पर लिस्टेड कंपनियों की कुल संख्या 2,720 हो गई है, इसमें से 2,110 मेन बोर्ड में और बाकी एसएमई प्लेटफॉर्म पर हैं. कुल लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप बढ़कर 411 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले 384 लाख करोड़ रुपये थी. एमएसई प्लेटफॉर्म इमर्ज पर लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण मार्च 2025 तक बढ़कर 1.8 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 1.2 लाख करोड़ रुपये था. पिछले एक साल में एनएसई निफ्टी ने महज 5.34% का रिटर्न दिया है.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार और निवेश संबंधी खबरें सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी जाती हैं. इसे निवेश सलाह नहीं मानना चाहिए. किसी भी तरह के निवेश से पहले सेबी रजिस्टर्ड किसी सलाहकार की राय जरूर लें.)