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चार राज्यों में होने वाली है सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल, क्या कोई बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है देश?
चार राज्यों में होने वाली है सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल, क्या कोई बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है देश?
Authored By: सतीश झा
Published On: Wednesday, May 28, 2025
Last Updated On: Wednesday, May 28, 2025
केंद्र सरकार द्वारा एक बार फिर चार राज्यों — गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर — में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित किए जाने का निर्णय लिया गया है. यह कवायद खास तौर पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संदर्भ में की जा रही है, जिसके तहत भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया था.
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Wednesday, May 28, 2025
India Civil Defense Drill 2025: ड्रिल का उद्देश्य आपदा प्रबंधन, आपात स्थितियों से निपटने और आम नागरिकों को युद्ध जैसे हालात के लिए तैयार करना बताया जा रहा है. हालांकि, इस ड्रिल के ऐलान के साथ ही जनता में यह सवाल उठने लगा है — क्या भारत कोई बड़ी सैन्य कार्रवाई की तैयारी कर रहा है?
क्यों हो रही है मॉक ड्रिल?
सूत्रों के अनुसार, इन ड्रिल्स के जरिए सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा ढांचे की मजबूती, लॉजिस्टिक सपोर्ट की दक्षता और जनसामान्य की सहभागिता को परखा जाएगा. इसके साथ ही, नागरिक प्रशासन, सुरक्षा एजेंसियों और चिकित्सा विभागों के बीच समन्वय की भी समीक्षा की जाएगी.
ऑपरेशन सिंदूर से क्या है संबंध?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ हाल ही में भारत द्वारा की गई एक गोपनीय और सटीक सैन्य कार्रवाई थी, जिसका उद्देश्य था आतंकी ठिकानों को खत्म करना. यह मॉक ड्रिल उसी संदर्भ में सावधानी और रणनीतिक तैयारी का संकेत मानी जा रही है.
क्या कुछ बड़ा होने वाला है?
हालांकि अधिकारियों ने इस ड्रिल को नियमित अभ्यास बताया है, लेकिन पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों को लेकर भारत की आक्रामक रणनीति के मद्देनजर यह माना जा रहा है कि सरकार कोई बड़ी कार्रवाई की तैयारी में भी हो सकती है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह ड्रिल ना सिर्फ आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में कदम है, बल्कि यह भारत की रणनीतिक आक्रामकता का भी स्पष्ट संकेत है.
1971 युद्ध के बाद पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर नागरिक सुरक्षा की बड़ी तैयारी
इस महीने की शुरुआत में भारत सरकार ने देशभर में ‘ऑपरेशन अभ्यास’ के तहत एक राष्ट्रव्यापी मेगा सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया. यह मॉक ड्रिल 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर की गई सबसे बड़ी नागरिक सुरक्षा तैयारी मानी जा रही है. इस अभ्यास के तहत कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UTs) में हवाई हमले, आग लगने की आपात स्थिति और खोज व बचाव अभियानों जैसे शत्रुतापूर्ण और आपदाग्रस्त परिदृश्यों का प्रयोगात्मक अनुकरण किया गया. इसका उद्देश्य था — सुरक्षा बलों, नागरिक प्रशासन और आम नागरिकों के बीच समन्वय, तत्परता और प्रतिक्रिया क्षमता को परखना और मजबूत करना.
सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल एक सामान्य प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन जिस समय और जिन राज्यों में इसे अंजाम दिया जा रहा है, उससे यह सवाल ज़रूर उठता है — क्या भारत एक बार फिर सीमा पार कुछ बड़ा करने वाला है? आने वाले दिनों में इस पर और स्पष्टता मिलने की उम्मीद है. ‘ऑपरेशन अभ्यास’ एक साधारण मॉक ड्रिल नहीं, बल्कि एक संदेश है — भारत किसी भी आपात या युद्धकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. यह अभ्यास न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र की मजबूती का प्रतीक है, बल्कि आम जनता की भागीदारी और जागरूकता को बढ़ाने की दिशा में भी एक ऐतिहासिक कदम है.