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बिहार की राजनीति में भूचाल: क्या चिराग पासवान की यात्रा से बढ़ेगा तापमान?
बिहार की राजनीति में भूचाल: क्या चिराग पासवान की यात्रा से बढ़ेगा तापमान?
Authored By: सतीश झा
Published On: Saturday, June 7, 2025
Last Updated On: Saturday, June 7, 2025
बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है. इस बार केंद्र में हैं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan). हाल ही में चिराग ने बिहार दौरे की घोषणा की है, जिसे लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है. सवाल उठ रहा है कि क्या यह यात्रा भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर दबाव बनाने की रणनीति है या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को हटाने की जमीन तैयार करने की कोशिश?
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Saturday, June 7, 2025
Bihar Politics 2025: चिराग पासवान (Chirag Paswan), जो 2024 लोकसभा चुनाव में हाजीपुर से जीतकर तीसरी बार सांसद बने हैं और मोदी कैबिनेट में मंत्री भी हैं. अब राज्य की राजनीति में वापसी का मन बना चुके हैं. उन्होंने पहले ही कह दिया है कि वे खुद को लंबे समय तक दिल्ली में नहीं देखना चाहते और उनका मिशन है ‘बिहार पहले, बिहारी पहले’.
भाजपा पर दबाव या अंदरूनी रणनीति?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चिराग की यात्रा एनडीए (NDA) में अपनी भूमिका को फिर से परिभाषित करने का प्रयास हो सकती है. वे BJP पर यह दबाव बनाना चाह रहे हैं कि उन्हें बिहार में अधिक अहमियत दी जाए. इससे पहले भी वे JDU और नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल चुके हैं, ऐसे में यह यात्रा फिर से उनकी स्थिति मजबूत करने का प्रयास हो सकती है.
चिराग को सामान्य सीट से चुनाव लड़ाने की वकालत
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) में इन दिनों एक नई राजनीतिक चर्चा ने जोर पकड़ लिया है. पार्टी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सामान्य सीट से चुनाव लड़ाने की वकालत पार्टी के भीतर से होने लगी है. यह कदम न केवल उनकी राजनीतिक दिशा में बदलाव का संकेत है, बल्कि मुख्यमंत्री (CM of Bihar) पद की दावेदारी की अटकलों को भी हवा दे रहा है.
अरुण भारती की पोस्ट से सियासी हलचल
पार्टी सांसद और चिराग पासवान के बहनोई अरुण भारती (Arun Bharti) ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट साझा कर हलचल मचा दी। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि चिराग पासवान आरक्षित (SC) सीट की बजाय सामान्य सीट से विधानसभा चुनाव लड़ें ताकि यह स्पष्ट संदेश जाए कि वे केवल दलितों के नेता नहीं, बल्कि पूरे बिहार के नेतृत्व के लिए तैयार हैं.
“बिहार पहले, बिहारी पहले” विज़न की वापसी
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने हाल ही में संकेत दिया कि वे अब दिल्ली की राजनीति की बजाय बिहार की ज़मीन पर काम करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, “मैंने पहले ही कहा है कि मैं खुद को लंबे समय तक राष्ट्रीय राजनीति में नहीं देखता. राजनीति में आने का मेरा उद्देश्य बिहार और बिहारी हैं. अब जब मैं तीसरी बार सांसद बन चुका हूं, तो यह स्पष्ट हो गया है कि अगर मुझे बदलाव लाना है, तो वह दिल्ली में रहकर संभव नहीं है. मैंने पार्टी को अपनी इच्छा बता दी है कि मैं जल्द ही बिहार लौटना चाहता हूं.”
चिराग पासवान: दिल्ली से पटना की ओर?
चिराग पासवान 2014 और 2019 में जमुई (SC) से और 2024 में हाजीपुर (SC) से लोकसभा सांसद चुने गए हैं. इस बार उन्हें मोदी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है, लेकिन वे केंद्र में बने रहने के बजाय बिहार में सक्रिय राजनीति में लौटने को लेकर उत्सुक हैं.
क्या चिराग बन सकते हैं मुख्यमंत्री पद के दावेदार?
भले ही एनडीए (NDA) की ओर से यह पहले ही घोषित किया जा चुका है कि आगामी चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, लेकिन बदलते राजनीतिक समीकरण और नीतीश कुमार की गिरती सेहत और लोकप्रियता के बीच चिराग पासवान (Chirag Paswan) की बढ़ती सक्रियता को भविष्य की सीएम (CM of Bihar) रेस के संकेत के रूप में देखा जा रहा है.
हालांकि खुद चिराग पासवान ने इस पर सफाई देते हुए कहा, “बिहार में मुख्यमंत्री पद की कोई रिक्ति नहीं है. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ही चुनाव के बाद भी मुख्यमंत्री बनेंगे.”
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के भीतर उठी यह मांग और चिराग पासवान के बयानों से यह साफ है कि बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में एक नई संभावनाओं की बिसात बिछाई जा रही है. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उन्हें पूरे राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले चेहरे के रूप में देखना चाहते हैं. आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या चिराग पासवान (Chirag Paswan) वाकई बिहार की राजनीति में केंद्रबिंदु बनते हैं या यह चर्चा महज एक रणनीतिक दांव है.