अल्मोड़ा बस दुर्घटना: 36 लोगों की मौत, एआरटीओ को किया गया निलंबित

अल्मोड़ा बस दुर्घटना: 36 लोगों की मौत, एआरटीओ को किया गया निलंबित

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Monday, November 4, 2024

uttarakhand almoda bus accident
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उत्तराखंड में सड़क दुर्घटना लगातार बढ़ रही है। आज सुबह अल्मोड़ा जिले में एक बस दुर्घटना में 36 लोगों की मौत हो चुकी है। कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सरकार ने दुर्घटना की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए हैं।

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Updated On: Monday, November 4, 2024

उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में आज सुबह एक बड़ा सड़क हादसा हुआ। कुपी मोटर मार्ग पर मार्चुला के पास उत्तराखंड रोडवेज की एक बस गहरी खाई में गिर गई। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक बस में कुल 63 लोग सवार थे। इस दुर्घटना में अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है। 27 लोग घायल हैं। इनमें कई हालात गंभीर है। गंभीर रूप से घायलों को प्रदेश सरकार ने एयर लिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश और सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में इलाज के लिए लाया गया है।

पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में सड़क दुर्घटना कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है। दुर्घटना के साथ-साथ इसमें मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इसी वर्ष अब तक सौ से ज्यादा लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हो चुकी है।

दुर्घटना स्थल पर 28 की मौत

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बस दुर्घटना में 28 लोगों की मौत दुर्घटना स्थल पर ही हो गई थी। राहत एवं बचाव कार्य में जुटे एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने सभी मृतकों के शव को गहरी खाई से बाहर निकालने में कामयाब हो गए हैं। इसके अलावा 8 अन्य लोगों की मौत इलाज के दौरान अस्पताल में हुए हैं।

दुर्घटना के बाद घायलों को पहले नजदीकी अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवायल, सल्ट लाया गया था। यहां इलाज के दौरान आठ घायलों की मौत हो गई। हालांकि प्रशासन का कहना है कि इनमें से कुछ की मौत अस्पताल पहुंचाने के दौरान हुई है।

गंभीर घायलों को किया गया एयरलिफ्ट

अस्पताल पहुंचने या फिर अस्पताल में घायलों की मौत होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आदेश दिया कि गंभीर रूप से घायल लोगों को एयर एंबुलेंस से उच्चतर हॉस्पिटल पहुंचाया जाए। इसके बाद प्रशासन हरकत में आई। और कई गंभीर रूप से घायल लोगों को एम्स और हल्द्वानी अस्पताल पहुंचाया गया।
गंभीर रूप से घायल 6 लोगों को एयर एंबुलेंस के माध्यम से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया। 1 घायल को एसटीएच हल्द्वानी एयर एंबुलेंस के माध्यम से तथा 5 अन्य घायलों को 108 एम्बुलेंस से एसटीएच हल्द्वानी पहुंचाया गया। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने बताया कि इनके अलावा 5 घायलों को उनके परिजनों की मांग पर अन्य चिकित्सालयों में पहुंचाया गया। 9 घायल रामनगर चिकित्सालय में भर्ती हैं। इनका उपचार किया जा रहा है

रामनगर आ रही थी बस

दुर्घटनाग्रस्त बस नैनीडांडा के किनाथ से रामनगर आ रही थी। जैसे ही बस मार्चुला के पास पहुंची तो सारड बैंड के पास नदी में गिर गई। यह बैंड कुपी गांव के करीब है। बस के नदी में गिरते ही चीख-पुकार मच गई। घायल लोगों ने ही फोन कर किसी प्रकार दुर्घटना की जानकारी दूसरों तक पहुंचाई। सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य चलाया।

एआरटीओ को किया गया निलंबित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी और अल्मोड़ा के संबंधित क्षेत्र के एआरटीओ प्रवर्तन को निलंबित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा दुर्घटना की मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत को मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए हैं।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मोदी जताया दुःख

इस दुखद दुर्घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुःख जताया है। इनके अलावा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी दुःख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुए सड़क हादसे में जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी शोक-संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों की शीघ्र कुशलता की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हर संभव प्रयास में जुटा है।’
प्रधानमंत्री ने इस दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। वहीं घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे।

मृतकों को 4 लाख देगी प्रदेश सरकार

प्रधानमंत्री के अलावा प्रदेश सरकार ने भी मृतकों एवं घायलों के लिए राहत राशि देने की घोषणा की है। घायलों का हालचाल जानने रामनगर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं। दुःख की इस घड़ी में मैं और हमारी सरकार सभी पीड़ित लोगों के साथ खड़ी है।

गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।

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