Delhi Assembly Election 2025: इस बार चुनावों से क्यों दूर हैं फिल्मी सितारे?

Delhi Assembly Election 2025: इस बार चुनावों से क्यों दूर हैं फिल्मी सितारे?

Authored By: सतीश झा

Published On: Monday, February 3, 2025

Updated On: Monday, February 3, 2025

Delhi Assembly Election 2025: Why Bollywood Celebrities Are Staying Away
Delhi Assembly Election 2025: Why Bollywood Celebrities Are Staying Away

विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2025) के प्रचार में महज दो दिन बचे हैं. कल यानी 3 फरवरी को प्रचार का आखिरी दिन है. लेकिन अब तक दिल्ली के दंगल में किसी भी पार्टी की ओर से फिल्मी सितारों को नहीं उतारा गया, जैसे कि पहले के चुनावों में दिखता था. भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) की ओर से बॉलीवुड के साथ ही दक्षिण भारत के सितारों को भी यहां जनता के बीच लाया गया. मनोज तिवारी जब दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे, तो भोजपुरी सितारों की दिल्ली में बाढ़ सी आ गई थी. लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Election 2025) में फिल्मी सितारों का मानो टोटा हो गया है.

Authored By: सतीश झा

Updated On: Monday, February 3, 2025

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Election 2025)  के लिए प्रचार अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है, लेकिन अब तक किसी बड़े फिल्मी सितारे की धमाकेदार एंट्री नहीं हुई है. चुनावी मंचों पर सितारों की मौजूदगी हमेशा से पार्टियों को फायदा पहुंचाती रही है, लेकिन इस बार शत्रुघ्न सिन्हा को छोड़कर कोई बड़ा नाम प्रचार में नजर नहीं आ रहा. शत्रुघ्न सिन्हा प्रचार में जरूर आए, लेकिन टीएमसी का दिल्ली में कोई मजबूत जनाधार नहीं है, जिससे उनकी मौजूदगी का ज्यादा असर नहीं दिखा. BJP के लिए मनोज तिवारी जरूर प्रचार करते नजर आए, लेकिन निरहुआ (दिनेश लाल यादव) और रवि किशन अब तक प्रचार से नदारद हैं, जबकि पूर्वांचल के वोटर दिल्ली में बड़ी संख्या में मौजूद हैं. जहां पिछले चुनावों में कई बड़े अभिनेता, गायक और कलाकार विभिन्न पार्टियों के प्रचार में दिखाई दिए थे, इस बार फिल्मी सितारों की दूरी चर्चा का विषय बन गई है.

पहले चुनावों में दिखी थी बॉलीवुड की चमक

दिल्ली के पिछले चुनावों (Delhi Assembly Election 2025) में कई फिल्मी हस्तियों ने पार्टियों के लिए प्रचार किया था. 2020 के विधानसभा चुनाव में रवि किशन, सनी देओल, शत्रुघ्न सिन्हा और गुल पनाग जैसे सितारे राजनीतिक मंचों पर नजर आए थे. लेकिन इस बार न तो किसी बड़े सितारे ने किसी पार्टी के लिए प्रचार किया है और न ही वे रैलियों में दिख रहे हैं.

इस बार क्यों नजर नहीं आ रहे फिल्मी सितारे?

पिछले कुछ वर्षों में बॉलीवुड सितारों की राजनीति में भागीदारी घटी है. महाराष्ट्र और केंद्र की राजनीति में सक्रियता दिखाने वाले कलाकार भी अब दिल्ली के चुनावी माहौल से दूर नजर आ रहे हैं.

न ही पूर्वांचल के उम्मीदवार और न ही सितारें

भारतीय जनता पार्टी की पूरी प्रत्याशियों की सूची देखी जाए तो इस बार पूर्वांचल के नेताओं को चुनावी मैदान में भरोसे लायक नहीं समझा गया. उत्तर पूर्वी जिला के सांसद मनोज तिवारी भले ही सेलिब्रेटी हैं, लेकिन अब तक अपने संसदीय क्षेत्र के बुराड़ी विधानसभा में कदम नहीं रखा है. बीते चुनावों में इस क्षेत्र में दिनेश लाल यादव, रवि किशन जैसे नेताओं के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं ने आम जनता के घरों तक अपनी पहुंच बनाई थीं. मगर इस बार ये गायब हैं. इलाके में कई तरह की बातें हो रही हैं.

दलों की बदली रणनीति

इस बार आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियां स्थानीय नेताओं और मुद्दों पर ज्यादा फोकस कर रही हैं. इसलिए फिल्मी सितारों की जरूरत महसूस नहीं की जा रही.

बॉलीवुड पर विवादों का असर

हाल के वर्षों में बॉलीवुड कई विवादों से घिरा रहा है, जिससे फिल्मी सितारे राजनीति से दूरी बना रहे हैं. सोशल मीडिया पर बढ़ती ट्रोलिंग और सार्वजनिक छवि को लेकर सतर्कता भी इसकी एक बड़ी वजह हो सकती है.

राजनीति में सितारों की सीमित सफलता

हाल के चुनावों में देखा गया है कि बॉलीवुड सितारों की अपील का वोटिंग पैटर्न पर ज्यादा असर नहीं पड़ता. दिल्ली की राजनीति अधिकतर स्थानीय मुद्दों पर आधारित होती है, जिसमें फिल्मी सितारों की भागीदारी का कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ता. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Election 2025)  में इस बार फिल्मी सितारों की चमक फीकी पड़ गई है. इसकी वजह राजनीतिक दलों की बदली रणनीति, बॉलीवुड में चल रहे विवाद और सितारों की राजनीति में घटती रुचि हो सकती है. अब देखना होगा कि क्या आखिरी दौर में कोई बड़ा फिल्मी चेहरा चुनावी मैदान में नजर आता है या नहीं.

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है
Leave A Comment

अन्य खबरें

अन्य राज्य खबरें