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Coping with losing a pet: पालतू पशु के खोने के गम को हावी नहीं होने दें अपने मेंटल हेल्थ पर
Coping with losing a pet: पालतू पशु के खोने के गम को हावी नहीं होने दें अपने मेंटल हेल्थ पर
Authored By: स्मिता
Published On: Wednesday, March 26, 2025
Updated On: Wednesday, March 26, 2025
Coping with losing a pet: शोध बताते हैं कि एक ओर जहां पालतू पशु साथ रखने पर कई हेल्थ बेनिफिट्स मिलते हैं, वहीँ इनके खोने के गम से मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है. कुछ उपाय अपनाकर इस गम से सामना करना और उस स्थिति से उबरना मेंटल हेल्थ की मजबूती के लिए जरूरी है.
Authored By: स्मिता
Updated On: Wednesday, March 26, 2025
Coping with losing a pet : इन दिनों अपने साथ पालतू पशु-पक्षी रखने का चलन तेजी से बढ़ा है. कई शोध बता चुके हैं कि इन्हें साथ रखने पर मनुष्य के मेंटल हेल्थ पर बढ़िया प्रभाव पड़ता है. उन्हें लोग अपने परिवार का हिस्सा मानने लगते हैं! उनके साथ घूमना-फिरना, खेलना, यहां तक कि उनसे बात करना और गाने का आनंद लेना सब करते हैं. लेकिन कई बार किसी बीमारी या अन्य वजहों से उनकी मौत भी हो जाती है. वे हमसे हमेशा के लिए जुदा हो जाते हैं. इससे हमारे मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है. कुछ उपाय अपनाकर उस स्थिति से सामना किया जा सकता है और मेंटल हेल्थ को भी मजबूती (Coping with losing a pet) दी जा सकती है.
पालतू पशु साथ रखने के हैं बहुत फायदे (Health Benefits)
अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन की एक स्टडी के अनुसार, पालतू पशु या पक्षी हमारी ख़ुशी और मेंटल हेल्थ को मजबूत करने में बड़ा योगदान दे सकते हैं. पालतू कुत्ते हों या बिल्ली या फिर पक्षी, वे स्ट्रेस, एंग्जाइटी और डिप्रेशन को कम करते हैं. साथ ही अकेलापन को दूर करते हैं. पालतू डॉगी एक्सरसाइज करने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं. अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, यही पालतू पशुओं की जब मौत हो जाती है, तो मनुष्यों के मेंटल हेल्थ पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है. इसे दूर करना बेहद जरूरी है.
पेट्स साथ रखने की थेरेपी (Pet Therapy)
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के अनुसार, पेट्स साथ रखने पर ये थेरेपी की तरह काम करते हैं. इससे व्यक्ति और उनके पालतू पशु के बीच जुड़ाव पैदा होता है. जिन लोगों के पास डॉगी होते हैं, उनका ब्लड प्रेशर कम होता है. हार्ट अटैक (Heart Attack) की आशंका कम होती है. यह भी देखा गया है कि कुत्ते के साथ खेलने मात्र से मस्तिष्क में अच्छा महसूस कराने वाले केमिकल्स ऑक्सीटोसिन और डोपामाइन का स्तर बढ़ जाता है.
पालतू पशुओं को खोने का प्रभाव (Losing Pet Animal Impact)
मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल के रिसर्चर्स के एक नए अध्ययन के अनुसार, पालतू पशु की मौत से बच्चों में लंबे समय तक गहरा प्रभाव पड़ता है. वे दुखी रहने लगते हैं, जो अंतत: मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा कर सकती है. अनुसंधानों से यह भी पुष्टि होती है कि अधिकांश लोगों के लिए उनके पालतू कुत्ते का जाना किसी प्रियजन को खोने के बराबर होता है. साइंटिफिक अमेरिकन की स्टडी कहती है कि किसी पालतू जानवर को खोने के बाद तीव्र दुख के लक्षण एक से दो महीने तक रह सकते हैं. कुछ लोगों में यह पूरे एक वर्ष तक (औसतन) बना रह सकता है.
पालतू पशुओं के जाने के दुख से कैसे सामना करें (how to cope the loss of a pet)
किसी पालतू पशु को हमेशा के लिए खोने का अनुभव हर किसी के लिए अलग हो सकता है. हर कोई अपने तरीके से रिएक्ट करता है। ये अनुभव अक्सर आपकी उम्र और व्यक्तित्व, आपके पालतू पशु की उम्र और उनकी मृत्यु की परिस्थितियों जैसे कारकों पर निर्भर करती है. आइए जानते हैं कि कैसे इस गम का सामना करें-
1. लोगों से बात करें जिन्होंने पालतू जानवर खोया हो
अगर आपके किसी दोस्त या परिवार के सदस्य ने अपने पालतू पशु-पक्षी को खोया है, तो ऐसे व्यक्ति की खोज करें. वे आपके दुख को समझेंगे और आपके प्रति सहानुभूति रखेंगे, जो आपको अच्छा लगेगा.
2. अंतिम संस्कार से मिलेगी मदद
यदि अपने मृत पालतू पशु का आप अंतिम संस्कार कर देते हैं, तो आपको और आपके परिवार को अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करने में मदद मिलती है. उन लोगों को नज़रअंदाज़ करें जो सोचते हैं कि किसी पालतू पशु का अंतिम संस्कार करना अनुचित है. वही करें जो आपको सही लगे.
3. अपनी सेहत का ख्याल रखें (take care of yourself)
किसी पालतू पशु को खोने का तनाव आपकी एनर्जी एवं इमोशंस को प्रभावित कर सकता है. लेकिन अपनी शारीरिक एवं भावनात्मक ज़रूरतों का ध्यान रखना जरूरी है. इससे मुश्किल समय से निपटने में मदद मिलेगी. उन लोगों के साथ समय बिताएं, जो आपकी परवाह करते हैं. पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें. भरपूर नींद लें और मूड को बेहतर बनाने के लिए नियमित एक्सरसाइज करें.
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