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Borana Weaves IPO में 23 करोड़ का मुनाफा! क्या करें निवेश या रहे दूर?
Borana Weaves IPO में 23 करोड़ का मुनाफा! क्या करें निवेश या रहे दूर?
Authored By: Suman
Published On: Tuesday, May 20, 2025
Last Updated On: Tuesday, May 20, 2025
Borana Weaves IPO के लिए प्राइस बैंड 205 से 216 रुपये के बीच रखा गया है. यानी अपर प्राइस बैंड के लिहाज से यह कंपनी पब्लिक ऑफर के जरिये करीब 145 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है.
Authored By: Suman
Last Updated On: Tuesday, May 20, 2025
Borana Weaves IPO: कपड़ा कंपनी बोराना वीव्स का आईपीओ मंगलवार 20 मई को निवेश के लिए खुला है. इस आईपीओ का ग्रे मार्केट में प्रीमियम (GMP) 55 रुपये तक चला गया है. ऐसे में तमाम निवेशकों के मन में सवाल होगा कि क्या इस आईपीओ में निवेश करना सही है? आइए इसकी पड़ताल करते हैं.
बोराना वीव्स आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 205 से 216 रुपये के बीच रखा गया है. यानी अपर प्राइस बैंड के लिहाज से यह कंपनी पब्लिक ऑफर के जरिये करीब 145 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. आईपीओ में निवेश गुरुवार 22 मई को बंद हो जाएगा. आईपीओ खुलने से पहले ही कंपनी ने एंकर निवेशकों से 65.20 करोड़ रुपये जुटाने में सफलता हासिल कर ली है.
इस आईपीओ (IPO) के तहत कंपनी 67 लाख इक्विटी शेयर जारी कर रही है और पूरी तरह से नए शेयर ही जारी होंगे. इसका करीब 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर (QII) के लिए रिजर्व है और रिटेल यानी छोटे निवेशकों के लिए महज 10 फीसदी हिस्सा है. एक लॉट 60 शेयरों का है यानी कम से कम इतने शेयरों के लिए कोई निवेशक आवेदन कर सकता है और अपर प्राइस बैंड के हिसाब से उसे इसके लिए 14,904 रुपये खर्च करने होंगे. कोई निवेशक अधिकतम 13 लॉट के लिए आवेदन कर सकता है.
बोराना वीव्स के अनलिस्टेड शेयरों के लिए ग्रे मार्केट में अच्छी मांग देखी गई और उनका कारोबार करीब 271 रुपये पर हो रहा था. यानी अपर एंड के हिसाब से ग्रे मार्केट प्रीमियम 55 रुपये या 25 फीसदी प्रति शेयर का था.
ऐसी उम्मीद है कि इस आईपीओ के तहत निवेशकों को शेयर शुक्रवार 23 मई को अलॉट हो सकते हैं और अगले हफ्ते गुरुवार यानी 27 मई को इसके शेयर लिस्टेड हो सकते हैं. आईपीओ के लिए जारी रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) के मुताबिक इस आईपीओ के जरिये जुटाई गई रकम का इस्तेमाल एक नए मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना के लिए करेगी. सूरत में स्थित अपने कारखाने की विस्तार के तहत इस नई इकाई से कंपनी ग्रे फैब्रिक का उत्पादन करेगी. इसके अलावा कुछ रकम वर्किंग कैपिटल जरूरतों और सामान्य कामकाज में खर्च किया जाएगा.
क्या करती है कंपनी
साल 2020 में स्थापित यह कंपनी अनब्लीच्ड सिंथेटिक ग्रे फैब्रिक बनाने में महारत रखती है. यह प्रोडक्ट फैशनल से लेकर ट्रेडिशनल टेक्निलकल टेक्सटाइल, इंटीरियर डिजाइन और होम डेकोर में डाइंग, प्रिंटिंग और फिनिशिंग के लिए उपयोगी है. यह पॉलिएस्टर टेक्सचर्ड यार्न भी बनाती है.
निवेश के लिए कितना सही
कई एनालिस्ट और ब्रोकरेज लॉन्ग टर्म में निवेश के उद्देश्य के साथ इस कंपनी के आईपीओ में पैसा लगाने की सलाह दे रहे हैं. एनालिस्ट के मुताबिक इसका वैल्युएशन सही है.
कंपनी वाटर जेट लूम लगाने जा रही है जिससे लॉन्ग टर्म में उसे अच्छा फायदा हो सकता है.लगातार बदलते स्टाइल और फैशन की वजह से भारत के कपड़ा इंडस्ट्री में अच्छी मांग रहने की उम्मीद है. वित्त वर्ष 2023–24 में कंपनी का मुनाफा करीब 45 फीसदी बढ़कर 23.58 करोड़ रुपये रहा.
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